लॉकडाउन में रिटायर्ड बैंककर्मी का कमाल, हनुमान चालीसा की हर चौपाई पर बना दी पेंटिंग
लॉकडाउन में एक रिटायर बैंककर्मी ने हनुमान चालीसा की हर चौपाई पर पेंटिंग बना डाली। 40 चौपाइयों के भाव उकेरती पूरी शृंखला तैयार कर उन्होंने अपना मनोरथ पूरा कर लिया। पेंटिंग देखकर पता चल जाता है कि यह...
लॉकडाउन में एक रिटायर बैंककर्मी ने हनुमान चालीसा की हर चौपाई पर पेंटिंग बना डाली। 40 चौपाइयों के भाव उकेरती पूरी शृंखला तैयार कर उन्होंने अपना मनोरथ पूरा कर लिया। पेंटिंग देखकर पता चल जाता है कि यह किस चौपाई पर आधारित है। अब उनकी योजना कोरोना संकट खत्म होने के बाद गोरखपुर, अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज में प्रदर्शनी लगानी की है।
यह रिटायर बैंककर्मी हैं राजेंद्र नगर के रहने वाले रवि द्विवेदी। रवि प्रोफेशनल चित्रकार नहीं हैं। लेकिन बचपन से ही पेंटिंग का शौक है। पूर्वांचल ग्रामीण बैंक से वरिष्ठ प्रबंधक के पद से 2019 ही सेवानिवृत्त हुए रवि द्विवेदी की वर्षों से हनुमान चालीसा की चौपाइयों के भाव उकेरती पेंटिंग शृंखला बनाने की इच्छा थी।
उन्हें इस इच्छा को पूरा करने के लिए लॉकडाउन ने बेहतरीन मौका दे दिया। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की रात से ही गोरखपुर में लॉकडाउन हो गया। शुरू में तो कलर, ब्रश, पेपर आदि जुटाने में काफी परेशानी हुई। स्माइल रोटी बैंक के आजाद पांडेय की मदद से महराजगंज के फरेंदा से उन्हें ज्यादातर सामान मिल गये।
एक पेंटिंग बनाने में लगे 10-16 घंटे
इसके बाद वह साधना में लग गए। एक-एक पेंटिंग बनाने में रवि द्विवेदी को 10-16 घंटे तक लगे। उन्होंने यह पेंटिंग शृंखला एक्रेलिक पोस्टर कलर और रोटरिंग जर्मन पेन से तैयार की है। हर पेंटिंग एक-दूसरे से भिन्न हैं। रवि कहते हैं कि लॉकडाउन में कहीं आना-जाना था नहीं। ऐसे में समय पर्याप्त मिल गया। बचपन की इच्छा पूरी करने के लिए बुढ़ापे में समय मिला।
पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाने की तैयारी
रवि द्विवेदी कहते हैं कि हनुमान जी उनके मन में बसते हैं। यह प्रभु की कृपा ही है कि वह चालीस चौपाइयों पर आधारित पेंटिंग शृंखला तैयार कर सके। वह कहते हैं कि इस शृंखला में 42 पेंटिंग बनाई है। पहली पेंटिंग प्रथम पूज्य गणेश जी की और दूसरी हनुमान जी के आराध्य भगवान श्रीराम और माता जानकी की है। इसके बाद 40 पेंटिंग हनुमान चालीसा पर है। वह कहते हैं कोरोना का प्रकोप खत्म होने के बाद पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाएंगे। श्री द्विवेदी ने गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज में प्रदर्शनी लगाने का लक्ष्य रखा है।