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दीपावली बाद शुरू हो जाएगी डीडीयू में गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ

डीडीयू में दीपावली बाद गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ शुरू हो जाएगी। विवि प्रशासन ने इसके लिए पूर्वांचल संग्रहालय भवन की तीसरी मंजिल पर अस्थाई कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इसकी साफ सफाई का काम शुरू कर...

दीपावली बाद शुरू हो जाएगी डीडीयू में गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 02 Nov 2018 07:48 PM
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डीडीयू में दीपावली बाद गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ शुरू हो जाएगी। विवि प्रशासन ने इसके लिए पूर्वांचल संग्रहालय भवन की तीसरी मंजिल पर अस्थाई कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इसकी साफ सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। पीठ संचालन के लिए आठ सदस्यीय अधिशाषी समिति का गठन कर दिया गया है। डीडीयू के कुलपति इसके पदेन अध्यक्ष होंगे।

भले ही गुरू गोरक्षनाथ शोध पीठ के लिए पुराने वाणिज्य संकाय परिसर में नया भवन बनाने के लिए सरकार ने साढ़े 12 करोड़ का बजट मंजूर किया है। नामित कार्यदायी संस्था निर्माण निगम को अभी बजट जारी नहीं हुआ है, लिहाजा इसके निर्माण में समय लगेगा। विवि प्रशासन शोध पीठ शुरू करने के लिए नया भनने तक इंतजार नहीं करेगा। तय हुआ है कि जब तक भवन नहीं बन जाता, पूर्वांचल संग्रहालय की तीसरी मंजिल पर पीठ के कार्यालय की स्थापना कर काम शुरू कर दिया जाए। कुलपति के निर्देश पर तय किए गए अस्थाई कार्यालय की साफ सफाई का काम शुरू कर दिया गया है।

पीठ के संचालन के लिए डीडीयू की कार्य परिषद की तरह एक अधिशाषी समिति का गठन किया गया है। पीठ के हर निर्णय यह सर्वोच्चशाषी कमेटी ही लेगी। डीडीयू के कुलपति प्रो. वीके सिंह इसके पदेन अध्यक्ष होंगे। विशेष कार्याधिकारी प्रो. रविशंकर सिंह सचिव सदस्य होंगे। इसके अलावा डीडीयू के विज्ञान व कला संकाय के डीन इसके सदस्य होंगे। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि शोध पीठ में कला व विज्ञान संकाय से जुड़े विषय शामिल होंगे। बाहरी सदस्यों में जेएनयू में संस्कृत के आचार्य डॉ. संतोष शुक्ल, बीएचयू की प्रो. सुमन जैन व महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूषण के प्राचार्य डॉ. प्रदीप राव को बतौर सदस्य नामित किया गया है।

11 नवंबर को होगी अधिशाषी समिति की पहली बैठक

पीठ का लोगो जारी किए जाने के बाद तय हुआ है कि अधिशाषी समिति की पहली बैठक 11 नवंबर को होगी। इस बैठक में पीठ की आगे की गतिविधियों के बारे में निर्णय लिए जाएंगे। पीठ संचालन के लिए सबसे पहले उन 28 पदों पर नियुक्ति जरूरी है, जनकी स्वीकृति राज्यपाल ने दे दी है।

नियुक्ति के लिए शासन से लेंगे दिशानिर्देश

शोध पीठ में प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति होनी है मगर इसमें पेंच यह है कि नियुक्तियों पर यूजीसी ने रोक लगा रखी है। विवि प्रशासन ने तय किया है कि नियुक्ति के लिए शासन से दिशा निर्देश लिया लाएगा, इसके बाद ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी। संविदा आधारित पदों को भरने में कोई पेंच नहीं है।

भवन बनने तक इंतजार नहीं किया जाएगा। दीपावली के बाद शोध पीठ का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। तिथि तय नहीं है मगर अस्थाई कार्यालय में तैयारी पूरी होते ही इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। अन्य तैयारियां पहले ही कर ली गई हैं।

प्रो. रविशंकर सिंह, विशेष कार्याधिकारी, गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ

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