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सरकार देगी पशुपालकों को प्‍लेटफार्म

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अनूप कुमार मिश्र ने कहा कि पशुपालकों के लिए अधिक उत्पाद, उसके रख-रखाव एवं विपणन के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए शासन स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। ताकि उन्हें एक...

सरकार देगी पशुपालकों को प्‍लेटफार्म
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरMon, 10 Jun 2019 05:56 PM
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पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अनूप कुमार मिश्र ने कहा कि पशुपालकों के लिए अधिक उत्पाद, उसके रख-रखाव एवं विपणन के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए शासन स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। ताकि उन्हें एक ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा सके जहां वे अपने उत्पाद की उचित कीमत हासिल कर सकें।

डॉ मिश्र, जिला पंचायत सभागार में एक दिवसीय प्रगतिशील पशुपालक, उद्यमी एवं संबंधित कंपनियों की एक दिवसीय समन्वय बैठक को संबोधित कर रहे थे। सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम में कुक्कुट, भेंड़, बकरी एवं सूकर पालन के लिए पशुपालकों को जागरूक किया गया। डॉ अनूप कुमार मिश्र ने पशुपालकों से कहा कि राज्य स्तरीय कार्यशाला के दौरान विपणन को लेकर अपनी मांग से सरकार को स्वयं भी अवगत कराएं।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गोरखपुर डॉ डीके शर्मा ने कार्यक्रम की रुपरेखा एवं उद्देश्य के बारे में पशुपालकों एवं उद्यमियों को विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा आयोजन किया जा रहा है जिसमें पशु उत्पाद, उसके रखरखाव और उसके विपणन के लिए एक प्लेटफार्म पर सभी हितधारकों के बीच संवाद आयोजित हो रहा है। नाबार्ड के नवीन कुमार ने नाबार्ड की चल रही योजनाओं से पशुपालकों को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पशुपालन से संबंधित एवं पशु उत्पाद के लिए प्रयोग की जाने वाली विभिन्न प्रकार की मशीनों एवं बिक्री के लिए आऊटलेट के लिए भी नाबार्ड में विभिन्न प्रकार की योजनाएं हैं।

कई स्कीमों में अनुसूचित जाति एवं महिलाओं को विशेष अनुदान दिया जा रहा है। लीड बैंक मैनेजर एसबीआई डॉ महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि विशेष तौर पर पशुपालन के लिए केसीसी की जानकारी पशुपालकों को दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने पहली बार फरवरी से पशुपालन के लिए भी केसीसी उपलब्ध करा रही है जिस पर ऋण लेकर पशुपालन अपने कामकाज को बढ़ा सकते हैं। केसीसी पर कृषि के लिए तीन लाख रुपये, पशुपालन के लिए दो लाख एवं मछली पालन के लिए 2 लाख रुपये तक ऋण हासिल कर सकते हैं।

यदि कोई पशुपालक पशुपालन के साथ साथ कृषि एवं मछली पालन का कार्य भी करता है तो उसे तीन लाख तक ऋण केसीसी पर मिल सकता है। केसीसी में ब्याज दर 7 फीसदी है। यदि लाभार्थी समय से ऋण भुगतान करता है तो उसे तीन फीसदी का और भी छूट मिलता है।

कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कुशीनगर डॉ एसके सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी देवरिया डॉ विकास साठे, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी महराजगंज डॉ जयहिंद सिंह, लीड बैंक महराजगंज के मैनेजर एसके श्रीवास्तव, उप निदेशक पशुपालन डॉ राजेश त्रिपाठी, पशु चिकित्सक डॉ अतुल सिंह, डॉ संजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ विकास, डॉ अतुल. डॉ रिजवान योजनाओं से पशुपालकों को जागरूक किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ संजय कुमार श्रीवास्तव ने किया।

पशुपालकों की प्रतिक्रिया

‘‘17 बकरिया पाल रहे हैं। उनकी संख्या और बढ़ाना चाहते हैं। बैंक कर्मचारी ऋण के बदले कमीशन मांगते हैं। गोष्ठी में बड़े अधिकारी ने विश्वास दिलाया कि साक्ष्य के साथ शिकायत करेंगे तो बैंक कर्मी की नौकरी जाएगी।

अमर कुशवाहा कुशीनगर

‘‘गोष्ठी में काफी जानकारी मिली। पहले प्रशिक्षण लेकर 45 बकरियां पाली हैं। अब ऋण लेकर काम करने की प्रेरणा मिली है। बैकों में ऋण के लिए मुश्किल हो रही है।

मोहम्मद बरकत, देवरिया

‘‘8 साल से गो-पालन से जुड़ा हूं। लेकिन अब सोच रहे हैं कि केसीसी पर ऋण लेकर इस कार्य को और आगे बढ़ाया जाए। गोष्ठी में काफी अच्छी जानकारियां मिली। पशुपालन के लिए केसीसी पर ऋण मिलेगा।

पवन चौरसिया, महराजगंज

‘‘खुद की पूंजी 30 बकरिया पाल रहे हैं। टीकाकरण को लेकर दिक्कत होती है लेकिन विभाग ने निशुल्क टीकाकरण की सुविधा प्रदान करने का वादा किया है। ऋण लेकर अब कारोबार को बढ़ाना चाहते हैं।

इस्लामुद्दीन, महराजगंज

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