68500 नए शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करेगी सरकार: योगी आदित्यनाथ
यूपी में शिक्षकों की भर्ती शुरू हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर में इसकी शुरूआत करते हुए बीटीसी टेट पास 12460 नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का शुभारंभ किया। पहले दिन 854...
यूपी में शिक्षकों की भर्ती शुरू हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर में इसकी शुरूआत करते हुए बीटीसी टेट पास 12460 नए शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का शुभारंभ किया। पहले दिन 854 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। सीएम कहा कि 15 जून तक सभी नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे। सीएम ने नए शिक्षकों का आह्वान किया कि वह बेसिक शिक्षा की तस्वीर बदलने में अपनी क्षमता लगा देंगे। कहा कि यह उनके चुनौती है कि जिस स्कूल पर उनकी तैनाती हो, उसे स्कूल को अपने बल पर आदर्श बनाएंगे।
अच्छी खबर
यूपी में शिक्षक भर्ती शुरू, योगी ने बांटे नियुक्ति पत्र
-मंगलवार को 854 बीटीसी पास शिक्षकों को दिया नियुक्ति पत्र
-इसी के साथ 12460 अभ्यर्थियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू
-15 जून तक इन सभी को नियुक्ति पत्र दे देगी प्रदेश सरकार
-योगी ने कहा, बेसिक शिक्षा की तस्वीर बदलें युवा शिक्षक
-पहनने पर ही फटते हैं जूते, तंज करने वालों को योगी का जवाब
डीडीयू के दीक्षा भवन में आयोजित समारोह में सीएम ने आठ जिलों के 24 शिक्षकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र दिया। कहा कि पहली बार नियुक्ति पत्र देते समय शिक्षकों को संबोधित करने का मौका बेसिक शिक्षा विभाग ने दिया है। इसलिए विभाग को वह बधाई देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 से ही यह अभ्यर्थी काउंसलिंग कराने के बाद इंतजार कर रहे थे। कोर्ट ने सरकार पर निर्णय छोड़ा तो अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री के घर पहुंच गए। जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने खुद फोन कर मंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल को बुलाया। यह जानने के बाद यह योग्य हैं और चयन प्रक्रिया पूरी कर के आए हैं तो उन्होंने निर्णय लेने में एक क्षण भी देर नहीं लगाई। आज इनके चेहरे की खुशी देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी कितनी जरूरत थी।
स्कूली छात्रों के जूते पर एक वर्ष की गारंटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष बेसिक शिक्षा विभाग ने 1.54 करोड़ बच्चों का नामांकन कराया। बच्चों को दो-दो ड्रेस, जूते, बस्ते व पाठ्य सामग्री दी गई। जूते फटने पर कुछ लोगों ने तंज किया। उन्हें शायद नहीं मालूम की जूते पहनने पर ही फटेंगे। सरकार जूते की सप्लाई देने वाली फर्म से एक साल की गारंटी भी ली थी। दरअसल गरीब के बच्चे एक ही ड्रेस व जूते में पढ़ने भी जाते हैं और घर का अन्य काम भी करते हैं। शिक्षक यह कोशिश करें कि अभिभावकों से बात कर उनके लिए एक अलग ड्रेस की भी व्यवस्था करने को कहें। इससे उनकी स्कूल ड्रेस साफ रहेगी और घर से स्कूल तक साफ सफाई का माहौल रहेगा।
स्कूल की सफाई भी ध्यान दे शिक्षक एवं छात्र
उन्होंने कहा कि स्कूल की सफाई पर भी शिक्षकों व विद्यार्थियों को ध्यान देना है। यह कोई शर्म की बात नहीं है कि आप जहां घंटों गुजारते हैं उसकी सफाई खुद ही करते हैं। इसके लिए अलग से स्वीपर की व्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि संसाधनों की कमी है और इसके उपाय सरकार कर रही है।
स्कूलों में अपनी निधि खर्च करें जनप्रतिनिधि
गोरखपुर के स्कूलों में डेस्क बेंच के लिए उन्होंने अपनी निधि दे दी है। तमाम जनप्रतिनिधियों व व्यापारिक संगठनों से आह्वान की प्रदेश के ढाई हजार स्कूलों को आदर्श बना दिया है। कई स्कूलों को वहां के शिक्षकों ने अपनी मेहनत से चमकाया है। ऐसे शिक्षक धन्यवाद के पात्र हैं।
प्रदेश के आठ जिले हर मायने में सबसे पिछड़े
सीएम ने कहा कि पीएम ने देश भर के सबसे पिछड़े 115 जिलों की सूची तैयार कराई है। इनमें आठ जिले यूपी के भी हैं। सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, चंदौली, सोनभद्र, फतेहपुर आदि इनमें शुमार हैं। यह हर मायने में पिछड़े हैं। यदि नव नियुक्त शिक्षकों में से कोई इन जिलों में तैनाती लेकर स्कूल को आदर्श बनाने की चुनौती स्वीकारेगा तो उन्हें खुशी होगी।
और बोले शिक्षा मंत्री: योगी सरकार में नौकरी जाते भी देर नहीं लगती
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं दी और कहा कि जहां तैनाती मिल रही है, वहां जाकर सबसे बेहतर काम करने का प्रयास करें। नौकरी खुद आपने चुनी है, इसलिए इसकी सिफारिश मत करना कि आपको किसी तरह की छूट दी जाए। इस सरकार में नौकरी जिस तरह से योग्य लोगों को आसानी से मिल रही है, उसी तरह से अयोग्य लोगों की नौकरी जा भी रही है। आप सभी योग्य हैं और हमेशा योग्य बने रहें वरना योगी सरकार में नौकरी जाते भी देर नहीं लगती।
इन जिलों के इतने शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र
महराजगंज - 97
देवरिया - 292
कुशीनगर - 90
बस्ती - 215
सिद्धार्थनगर - 52
अम्बेडकर नगर - 58
सुल्तानपुर - 50
बहराइच - 44
2016 में शुरू हुई थी भर्ती प्रक्रिया
बेसकि शिक्षा विभाग ने 2016 के अप्रैल महीने में 12460 शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू की थी। मार्च 2017 में इस पर रोक लगा दी गई। तब तक काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी कर सभी अभ्यर्थियों का रिजल्ट घोषित हो चुका था। अभ्यर्थी कोर्ट ले गए। कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद नियुक्ति का मामला राज्य सरकार पर छोड़ दिया था। तभी से यह अभ्यर्थी त्रिशंकु की तरह फंसे हुए थे। 16 मार्च को मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने बाद राज्य सरकार ने नियुक्ति से रोक हटा लिया।