अंडे का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करें सरकार
सीएम सिटी गोरखपुर में पहली बार आयोजित पोल्ट्री इंडिया एक्सो के मंच से पूर्वांचल अण्डा उत्पादक कृषक कल्याण समिति ने अण्डे का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने की मांग की। हाथ और सिर पर काली पट्टी बांध कर...
सीएम सिटी गोरखपुर में पहली बार आयोजित पोल्ट्री इंडिया एक्सो के मंच से पूर्वांचल अण्डा उत्पादक कृषक कल्याण समिति ने अण्डे का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने की मांग की। हाथ और सिर पर काली पट्टी बांध कर पहुंचे समिति के आंदोलित पदाधिकारियों ने मंच से बहिष्कार की घोषणा भी की।
पदाधिकारियों का कहना था कि लागत के कम मूल्य पर अण्डा की बिक्री और लेयर फार्म में लगने वाली पूंजी की वापसी न होने के कारण अंडा उत्पादक आत्महत्या की कगार पर खड़े हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब फॉर्मर ही नहीं रहेंगे तो इस एक्सो में दवा, फीड, तकनीक और उपकरण की बिक्री करने वाली कंपनियां किसे अपने उत्पाद की बिक्री करेंगी।
पूर्वांचल अण्डा उत्पादक कृषक कल्याण समिति के प्रबंधक अमित सिंह विसेन ने कहा कि पिछले वर्ष फीड 19 रुपये प्रति किलोग्राम मिलता था लेकिन इस वर्ष 25 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है लेकिन अण्डे की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि अंडे की ट्रेडिंग करने वालों के लिए लाइसेंस का प्रावधान न होने से बरवाला के ट्रेडरों ने यूपी में अपने अण्डों की उपलब्धता बढ़ा दी। इसलिए अब उनके अण्डों की कीमत भी बरवाला के अण्डों से तय होती है। एक्सपो में प्रदर्शन के दौरान राजेश सिंह, अमित सिंह, शांतनु पाण्डेय, विजय कुमार शाही, मनीष सिंह, ओबादा हबीब, फैज अहमद, राजीव सिंह, विनोद कुमार सिंह, रवि प्रताप सिंह, तुफैल अहमद समेत 25 की संख्या में लेयर फार्म लगाने वाले फॉर्मर पहुंचे थे।
मंच से यह की मांग
- सरकार अण्डे का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करें।
- परिषदीय विद्यालयों के माध्यान्ह भोजन में अण्डा शामिल किया जाए
- अण्डों की गुणवत्ता खराब होने पर लाइसेंस रद्द किया जाए
- सभी ट्रेडरों के लिए लाइसेंस का प्रावधान बनाया जाए
- फॉर्मर को मक्का और सोया की खरीद पर अनुदान मिले