Government Issues Directives to Control Stray Dog Attacks in Gorakhpur एबीसी सेंटर भेजे जाएंगे काटने वाले कुत्ते, Gorakhpur Hindi News - Hindustan
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एबीसी सेंटर भेजे जाएंगे काटने वाले कुत्ते

Gorakhpur News - गोरखपुर में निराश्रित और आक्रामक कुत्तों के हमलों को रोकने के लिए शासन ने नगर निगमों और परिषदों को निर्देश दिए हैं। काटने वाले कुत्तों को 10 दिन के लिए निगरानी में रखा जाएगा। बंध्याकरण और रेबीज...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरSat, 13 Sep 2025 09:40 AM
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एबीसी सेंटर भेजे जाएंगे काटने वाले कुत्ते

गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। निराश्रित और आक्रामक कुत्तों के बढ़ते हमलों पर लगाम के लिए शासन ने नगर निगमों, पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए निर्देश जारी किया है। कहा है कि काटने वाले निराश्रित कुत्ते को 10 दिन के लिए एबीसी (एनिमल बर्थ कंट्रोल) डॉग केयर सेंटर में निगरानी में रखा जाए। प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की ओर से जारी शासनादेश आदेश के अनुसार, ऐसे कुत्तों का बंध्याकरण और रेबीज रोधी टीकाकरण अनिवार्य होगा। उनके स्वास्थ्य और व्यवहार की प्रतिदिन निगरानी की जाएगी और रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। छोड़ने से पहले कुत्ते में माइक्रो चिपिंग आवश्यक होगी, जिससे भविष्य में उसकी पहचान संभव हो सके।

उसी कुत्ते द्वारा दूसरी बार काटने की घटना सामने आती है और वह अप्रेरित हमला सिद्ध होती है, तो उसे आजीवन एबीसी सेंटर में रखा जाएगा। इस तरह के कुत्तों को कोई गोद लेना चाहता है तो उसे शपथ पत्र देना होगा कि वह श्वान को सड़क पर नहीं छोड़ेगा, अन्यथा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 500 से अधिक प्रतिबंधित प्रजाति के कुत्ते अगस्त 2023 में नगर निगम की तीसरी बोर्ड बैठक में पारित गोरखपुर नगर निगम श्वान संबंधी अनुज्ञप्ति, नियंत्रण और विनियमन उपविधि-2023 का गजट प्रकाशन कर 10 अगस्त 2024 को तत्काल लागू कर दिया। वित्त वर्ष 2025-26 में केवल 112 पालतू कुत्तों का पंजीकरण हुआ है। जबकि महानगर में 500 से अधिक पीटबुल, रॉटवीलर, बुलडॉग, डोगो अर्जेंटिना सरीखी प्रतिबंधित प्रजातियां रखे हैं, लेकिन अब तक किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई जुर्माना या कार्रवाई नहीं हुई है। नई फर्म के लिए पुन: होगी टेंडर की प्रक्रिया नगर निगम के एबीसी सेंटर का संचालन करने वाली पुरानी फर्म ने नौ सितंबर से काम बंद कर दिया है। 25 अगस्त तक पुरानी फर्म ने 2646 निराश्रित कुत्तों की नसबंदी और एटी रैबिज वैक्सीन लगाया था। नई फर्म के चयन के लिए पुन: टेंडर करने की तैयारी है। नई फर्म के समक्ष एक साल में 12 हजार निराश्रित कुत्तों का नसबंदी करने का लक्ष्य रहेगा। निगम के पशु कल्याण अधिकारी रोबिन चंद्रा के अनुसार, महानगर में लगभग 60 हजार निराश्रित कुत्ते हैं। उन्होंने कुत्ते पालकों से अपील की है कि वे अपने कुत्तों के टीकाकरण का प्रमाण लाकर पंजीकरण कराएं।

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