पहले मांगता था गनर, अब मांग लिया भ्रष्टाचार के जांच का अधिकार
Gorakhpur News - गोरखपुर के एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और जांच का अधिकार मांगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, लेकिन पाया कि यह व्यक्ति पहले भी...

गोरखपुर। भ्रष्टाचार निरोधक एक संस्था चलाने वाले शख्स की मांग से पुलिस घनचक्कर हो गई। उसने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और फिर उनकी जांच का अधिकार खुद को देने की मांग उठा दी। इस पत्र को उसने सीएम पोर्टल पर भी अपलोड कर दिया। इसके बाद गोरखपुर पुलिस को जांच सौंपी गई। पुलिस ने पुराने पन्ने खाले तो पता चला कि यह बड़हलगंज का वहीं शख्स है, जो इसके पहले कई बार गनर की मांग कर चुका है और न मिलने पर गनर देने का मानक तक पूछता है। अब पुलिस ने भी रिपोर्ट लगा दी है कि यह अधिकार सरकार को ही है, इसलिए पुलिस के स्तर से इसका समाधान संभव नहीं है।
पत्र के माध्यम से संस्था प्रमुख ने लिखा है कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा संस्था को मान्यता प्राप्त है। लेकिन, अफसर संस्था को सहयोग नहीं करते हैं। सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार फैला है और इसकी वजहों से ही निचले स्तर पर लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा फायदा नहीं मिल रहा है। उसने पत्र में लिखा है कि इस तरह के भ्रष्टाचार को सिर्फ संस्था ही समाप्त कर सकती है। इस वजह से पूरे देश में संस्था को यह अधिकार दिया जाए कि संस्था जांच कर सके। साथ ही अफसरों को निर्देश दिया जाए कि वह संस्था प्रमुख के साथ बैठक करें और फिर समन्वय करें, ताकि भ्रष्टाचार की जांच कर संस्था की ओर से कार्रवाई की जाए। इस पत्र पर पुलिस वालों ने कई दिन इसका जवाब सोचा और फिर मामले को सरकार के पाले में डाल दिया।
फोटो से भर गई है बरामदे की दीवारें
पुलिस की माने तो यह वहीं शख्स है, जो रोजाना ही गनर की मांग करता है। अगर गलती से भी इसके घर कोई सिपाही या होमगार्ड भी चला गया तो उसके साथ अपनी फोटो खींचवाकर उसे फ्रेम कराकर दीवारों पर टांग देता है। उसके घर के बरामदे की दीवारें इसी तरह के फोटो से भर चुकी हैं।
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