ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरगोरखपुर के ड्रेनेज प्लॉन के लिए हेलीकाप्टर से होगा लेडार सर्वे

गोरखपुर के ड्रेनेज प्लॉन के लिए हेलीकाप्टर से होगा लेडार सर्वे

गोरखपुर में ड्रेनेज सिस्टम के लिए जल्द ही लाइट डिटेक्शन ऐंड रेंजिंग (लेडार) टेक्नॉलजी से सर्वे होगा। हेलीकाप्टर से गोरखपुर विकास प्राधिकरण क्षेत्र का सर्वे होगा। मानसून से पहले ही ड्रेनेज को लेकर...

गोरखपुर के ड्रेनेज प्लॉन के लिए हेलीकाप्टर से होगा लेडार सर्वे
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 11 Jan 2019 07:37 PM
ऐप पर पढ़ें

गोरखपुर में ड्रेनेज सिस्टम के लिए जल्द ही लाइट डिटेक्शन ऐंड रेंजिंग (लेडार) टेक्नॉलजी से सर्वे होगा। हेलीकाप्टर से गोरखपुर विकास प्राधिकरण क्षेत्र का सर्वे होगा। मानसून से पहले ही ड्रेनेज को लेकर मास्टर प्लॉन तैयार कर लिया जाएगा। मास्टर प्लॉन के मुताबिक ही जरुरत होने पर नये सिरे से नाला निर्माण होगा। भविष्य में भी नालियों का निर्माण मास्टर प्लॉन के मुताबिक ही होगा।

नगर निगम क्षेत्र में 200 से अधिक स्थान जलभराव को लेकर चिन्हित हैं। चंद मिनटों की झमाझम बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। जलभराव की समस्या के स्थाई निदान के लिए जीडीए ने ड्रेनेज प्लॉन का निर्णय लिया है। लेडार सर्वे को लेकर एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। लेडार सर्वे वाराणसी मार्ग पर बाघागाढ़ा, लखनऊ मार्ग पर गीडा, महराजगंज मार्ग पर गुलरिहा, देवरिया मार्ग पर बाईपास मोड तक किया जाएगा। जीडीए के अधिकारियों का मानना है कि अनियोजित नालियों के निर्माण से ही शहर को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है। विकसित कालोनियों में जनदबाव के चलते नगर निगम को नालियों का निर्माण कराना पड़ता है। कई नालियां ऐसी बनी हैं जिनमें पानी के निकासी का कोई इंतजाम नहीं है।

ऐसे होगा लेडार सर्वे

हेलीकॉप्टर से लेडार सर्वे को पूरा किया जाएगा। लेजर किरणों और सैटेलाइट के को-ऑर्डिनेशन से चलने वाली इस टेक्नॉलजी को हेलीकाप्टर में सेट किया जाता है। यह उपकरण लेजर रेज फेंकता है। इसमें लगे कैमरे चारों ओर रोटेट करते हैं। लेजर रेज और सैटेलाइट के को-ऑर्डिनेशन से यह उपकरण किसी भी ऑब्जेक्ट की ढेर सारी थ्री डायमेंसनल इमेज दे देता है, जिससे उस ऑब्जेक्ट का डिजिटल मैप भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने दिया है निर्देश

पिछले 3 जनवरी को महापौर, भाजपा पार्षदों और नगर विकास मंत्रालय के अधिकारियों की मौजूदगी में लखनऊ में हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जानकारी दी थी कि शहर के ड्रेनेज सिस्टम को लेकर नगर निगम और जीडीए मिल कर काम करेंगे। जिसके बाद जीडीए के अधिकारियों ने लेडार सर्वे को लेकर कवायद शुरू कर दिया है।

ड्रेनेज प्लॉन के लिए लेडार सर्वे कराने का निर्णय लिया गया है। ड्रेनेज को लेकर मास्टर प्लॉन बनेगा। मास्टर प्लॉन में जिन नालियों के ड्रेनेज को लेकर समस्या है, उसे नये सिरे से बनाया जाएगा। भविष्य में नालियों का निर्माण मास्टर प्लॉन के मुताबिक ही होगा। फरवरी के पहले पखवाड़े तक मास्टर प्लॉन तैयार हो जाएगा।

संजय कुमार सिंह, मुख्य अभियंता, जीडीए

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें