एम्स नाला निर्माण को लेकर जीडीए ने बदला ठेकेदार
गोरखपुर एम्स नाला निर्माण को लेकर सवालों में घिरे जीडीए ने ठेकेदार को बदल दिया है। अब लखनऊ की एजेंसी को नाला निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। एम्स की टूटी बाउंड्री का खर्च भी पुराने ठेकेदार को उठाना...
गोरखपुर एम्स नाला निर्माण को लेकर सवालों में घिरे जीडीए ने ठेकेदार को बदल दिया है। अब लखनऊ की एजेंसी को नाला निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। एम्स की टूटी बाउंड्री का खर्च भी पुराने ठेकेदार को उठाना होगा।
नंदानगर क्रासिंग से रामगढ़झील तक नाला निर्माण के दौरान एम्स की बाउंड्री भरभरा कर गिर गई थी। जिसके बाद जीडीए ने ठेकेदार को नोटिस थमाई थी। कार्रवाई के क्रम में जीडीए ने आगे के नाला निर्माण को लेकर नये ठेकेदार की नियुक्ति कर दी है। काम में देरी नहीं हो इसे देखते हुए जीडीए ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड नहीं किया है। ब्लैक लिस्टेड होने की स्थिति में जीडीए को दोबारा टेंडर निकालना पड़ता। अब जीडीए पुराने ठेकेदार के साथ नई एजेंसी से अनुबंध किया है। पुराने ठेकेदार को एम्स की बाउंड्री तक निर्माण करना है। जिसके बाद का निर्माण नये ठेकेदार को करना होगा। बता दें कि नंदानगर क्रासिंग से रामगढ़झील के पास एसटीपी तक करीब 1400 मीटर लंबे नाला का निर्माण हो रहा है। करीब 8 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन नाले का 40 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।
बाउंड्री निर्माण के खर्च की कटौती करेगा जीडीए
नाला निर्माण के दौरान गिरे बाउंड्री का निर्माण एम्स का भवन बनाने वाली कार्यदायी एजेंसी को ही करना है। बाउंड्री में आने वाले खर्च का भुगतान जीडीए करेगा। जीडीए जितना भुगतान करेगा उतने रकम की कटौती पुराने ठेकेदार को किये जाने वाले भुगतान से होगी।