गैंगेस्टर गीता और उसका साथी जस्सू गया जेल, तीन की तलाश
जन्मदिन पार्टी में दो युवकों को गोली मारने की आरोपित महिला गैंगेस्टर गीता तिवारी और उसके साथी जस्सू को रविवार को डोमिनगढ़ के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों को जेल...
जन्मदिन पार्टी में दो युवकों को गोली मारने की आरोपित महिला गैंगेस्टर गीता तिवारी और उसके साथी जस्सू को रविवार को डोमिनगढ़ के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। वहीं उनके तीन अन्य साथियों की तलाश जारी है। पुलिस ने तीनों साथियों के ऊपर 15-15 हजार रुपये इनाम घोषित किया है। शुक्रवार की रात महिला गैंगेस्टर के घर हुई जन्मदिन की पार्टी में सभी बदमाशों की जुटान हुई थी। आधी रात को डांस के दौरान आपस में विवाद के बाद बदमाशों ने दो युवकों को गोली मार दी थी।
पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेस करते हुए एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ व सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि तिवारीपुर के सूर्यविहार कॉलोनी निवासी गैंगेस्टर गीता तिवारी व उसकी बेटी का आमने सामने घर है। गीता तिवारी के बेटी की पुत्री (नतिनी) का शुक्रवार को जन्मदिन था। गीता ने जन्मदिन की पार्टी में कई बदमाशों को दावत दी थी। खासतौर पर जस्सू जायसवाल, श्रीस सोनकर, अश्वनी उर्फ रॉकी, छोटू कुरैशी के अलावा नितीश सिंह व मोहम्मद आमिर भी शामिल हुए थे। इस दौरान मोहम्मद आमिर व नितीश को गोली मार दी गई थी। पुलिस ने बताया कि गीता ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी और जस्सू के साथ मिलकर घायलों को पहले एक प्राइवेट अस्पताल ले गई। वहां भर्ती न करने पर ये लोग घायलों को मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां से गुलरिहा पुलिस को सूचना मिली की दो लोग गोली से घायल हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार दोनों को भर्ती कराकर आरोपित फरार हो गए। बाद में पुलिस ने नितीश के पिता की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुटी थी। पुलिस का कहना है कि घायल नितिश के पिता ने जस्सू से पुरानी रंजिश की बात बताई है। वहीं गीता तिवारी का कहना है कि गोली शराब के नशे में अचानक चली थी, जिसमें दोनों घायल हो गए। हालांकि पुलिस फिलहाल दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।
इनके ऊपर 15-15 हजार रुपये का इनाम
गीता और जस्सू जायासवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है पर लच्छीपुर दस नम्बर बोरिंग निवासी श्रीस सोनकर, देवरिया कोतवाली के राघोनगर गसड़वार रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले अश्वनी उर्फ रॉकी तथा तिवारीपुर के अंधियारीबाग निवासी छोटू कुरैसी अभी फरार हैं। इनके खिलाफ पुलिस ने 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। घायल नितीश ने बताया था कि छोटू के बुलाने पर ही वह गीता की पार्टी में गया था। नितीश के साथ आमिर भी पार्टी में शामिल हुआ था। श्रीस सोनकर पर भी कई मुकदमा दर्ज है। इससे पहले भी शहर में कई स्थानों पर फायरिंग के मामले में वह जेल जा चुका है।
जस्सू पर 12 तो गीता पर दर्ज है छह केस
पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपित जस्सू जायसवाल पर 2012 से अबतक शाहपुर, कैंट, अंबेडकरनगर के टांडा, तिवारीपुर थाने में हत्या, हत्या के प्रयास, गैंगेस्टर, सेवन सीएलए के आरोप में 12 केस दर्ज हैं। जस्सू के ऊपर तीन बार गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई। वहीं गीता तिवारी पर कोतवाली, गोरखनाथ, तिवारीपुर थाने में 2019 से अबतक चार केस दर्ज हैं। वह गैगेस्टर के आरोप में जेल गई थी। जमानत हो गई थी। फिर उसके खिलाफ एनबीडब्लू जारी हुआ था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजवाया था। 20 अक्तूबर को वह जमानत पर बाहर आई थी। जमानत पर बाहर आने के बाद गीता की पुलिस निगरानी कर रही थी। उसे थाने बुलाया भी गया था। लेकिन उसने बारावाफात त्योहार का फायदा उठाकर जन्मदिन के बहाने अपराधियों की घर पर जुटान की थी। इसकी पुलिस को भनक तक नहीं थी।
श्रीस भी कई गंभीर घटनाओं को दे चुका है अंजाम
पुलिस के अनुसार फरार आरोपित श्रीस के खिलाफ 2013 से अबतक लूट, हत्या, गैंगेस्टर के आरोप में कैंट व तिवारीपुर इलाके में छह केस दर्ज हैं। उसने एक बार बाल विहार पर फायरिंग कर हत्या की थी। बलदेव प्लाजा में फायरिंग की लूट की घटना को अंजाम दिया था। वहीं छोटू कुरैशी पर कोतवाली व तिवारीपुर थाने में दो केस दर्ज है। इसी प्रकार अश्वनी उर्फ रॉकी पर गोरखनाथ व तिवारीपुर में हत्या समेत अन्य आरोप में तीन केस दर्ज हैं।
नितीश के साथ गया था आमिर
पुलिस के अनुसार घायल आमिर का कोई अपराधिक इतिहास नहीं है। वह अपने मित्र नितीश के साथ जन्म दिन पार्टी में गीता के घर गया था। नितीश का आपराधिक इतिहास है वर्ष 2012 व 2014 में जेल गया था। उसके साथ जस्सू भी जेल गया था। पुलिस के अनुसार आमिर कोतवाली इलाके में बॉक्स बनाता है। पुलिस के अनुसार जस्सू व गीता थाने के टाप 10 में बदमाशों की सूची में पहले से शामिल थे। लेकिन कुछ दिनों से अपराध में सक्रिय न रहने से उनकी नाम सूची से हटाया गया था। उनकी हिस्ट्रीशीट खुली थी। निगरानी की जा रही थी।