एएसपी बन जालसाज ने दरोगा से ठगे 20 हजार रुपये
एक जालसाज ने दारोगा को ही 20 हजार का चूना लगा दिया। एएसपी बनकर जालसाज ने झंगहा थाने में तैनात दारोगा के पास फोन किया और 20 हजार रुपये लेकर शहर बुलाया। शहर में पहुंचने के बाद उन्होंने फोन किया तो...
एक जालसाज ने दारोगा को ही 20 हजार का चूना लगा दिया। एएसपी बनकर जालसाज ने झंगहा थाने में तैनात दारोगा के पास फोन किया और 20 हजार रुपये लेकर शहर बुलाया। शहर में पहुंचने के बाद उन्होंने फोन किया तो कौवाबाग रेलवे कालोनी में बुलाकर रुपये ले लिया। उनके काम की तारीफ की और चलते बना। दरोगा जी को जब अहसास हुआ कि वे लुट गए हैं तब उन्होंने पिपराइच थानेदार को फोन किया। जिस गाड़ी में जालसाज था वह गाड़ी तो पुलिस ने पकड़ ली है पर जालसाज नहीं मिला।
झंगहा थाने में तैनात दारोगा के मोबाइल पर रविवार की शाम को अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने अपना परिचय गोरखपुर में कार्यरत एएसपी के तौर पर देते हुए दरोगा से तत्काल 20 हजार रुपये लेकर गोरखपुर पहुंचने को कहा। आदेश एएसपी का था तो दरोगा ने किसी तरह से रुपयों का इंतजाम किया और एक होमगार्ड जवान को साथ लेकर बाइक से गोरखपुर पहुंच गए।
जिस नंबर से कथित एएसपी का फोन आया था उस नंबर पर फोन किया तो उसने कौवाबाग रेलवे कॉलोनी में बुलाया। रेलवे कालोनी में स्विफ्ट डिजायर कार सवार जालसाज सादे कपड़े में उनसे मिला और खुद को एएसपी बताया दरोगा ने भी सैल्यूट मारा। रुपये वाला लिफाफा दिया। रुपये लेने के बाद जालसाज ने उनके काम की तारीफ की और कार में सवार होकर पिपराइच की तरफ निकल गया।
जालसाज के जाने के कुछ देर बाद दरोगा को खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ। इसके बाद उसने पिपराइच थानेदार को फोन कर सारी घटना बताई और कार सवार को पकड़ने का अनुरोध किया। रात में 8:30 बजे के आसपास पिपराइच पुलिस ने कस्बे से चालक सहित स्विफ्ट डिजायर कार तो पकड़ ली, लेकिन जालसाज उसमें मौजूद नहीं था। पूछताछ में कार चालक ने बताया कि एक व्यक्ति ने रेलवे स्टेशन से पिपराइच के लिए उसकी कार बुक कराई थी। पिपराइच कस्बे में उसने कार छोड़ दी।
पिपराइच इंस्पेक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि झंगहा थाने में तैनात दरोगा के साथ ठगी की सूचना पर कार चालक को पकड़ा गया था। उसे झंगहा पुलिस के हवाले कर दिया गया है। जालसाज का पता नहीं चल पाया है।