कुशीनगर में बाढ़पीड़ितों ने बैठक कर चुनाव के बहिष्कार का किया एलान
कुशीनगर के तमकुहीराज क्षेत्र के एपी तटबंध पर बाढ़ बचाव की परियोजनाओं की स्वीकृति न मिलने के कारण काम शुरू न होने से लोगों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। बरसात का महीना नजदीक आता देख लोगों को बाढ़ का खौफ...
कुशीनगर के तमकुहीराज क्षेत्र के एपी तटबंध पर बाढ़ बचाव की परियोजनाओं की स्वीकृति न मिलने के कारण काम शुरू न होने से लोगों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। बरसात का महीना नजदीक आता देख लोगों को बाढ़ का खौफ सताने लगा है। बुधवार को तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित अहिरौलीदान व बाघाचौर के ग्रामीणों ने एक बैठक कर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है।
तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के अहिरौलीदान, बाघाचौर के ग्रामीणों ने एपी बांध परियोजनाओं का शासन द्वारा स्वीकृति नहीं मिलने से नाराज होकर एक बैठक की। इसमें आगामी लोकसभा चुनाव से खुद को अलग रखने का निर्णय लिया गया। लोगों का कहना रहा कि यह बांध गावों के बीचोबीच सन् 1954 में अहिरौलीदान से पिपराघाट तक बनाया गया, जिसकी लम्बाई 17,300 किमी है।
आज नदी की धारा अपने आगोश में ले रही है। ग्राम बाघाचौर के टोला नुनियापट्टी के समीप किमी 12,500 पर नदी की धारा का दबाव बढ़ने से बन्धे का मेन स्लेप कट चुका है। इससे आसपास के ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। वहीं दूसरी तरफ बंधे के बचाव कार्य के जिम्मेदारों के प्रति काफी लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि बंधा क्षतिग्रस्त होता है तो बड़ी आबादी तबाह होगी।