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कुशीनगर में बाढ़ का खौफ, डराने लगी बड़ी गंडक-वीडियो देखें

नेपाल की पहाड़ियों में लगातार हो रही भारी बारिश ने कुशीनगर में बाढ़ का खौफ पैदा कर दिया है। यूपी-बिहार सीमा पर बाल्मीकिनगर गंडक बैराज पर बुधवार की अपेक्षा 27 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा है और गुरुवार को नदी...

कुशीनगर में बाढ़ का खौफ, डराने लगी बड़ी गंडक-वीडियो देखें
कुशीनगर, हिन्दुस्तान टीमThu, 06 Jul 2017 12:01 PM
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नेपाल की पहाड़ियों में लगातार हो रही भारी बारिश ने कुशीनगर में बाढ़ का खौफ पैदा कर दिया है। यूपी-बिहार सीमा पर बाल्मीकिनगर गंडक बैराज पर बुधवार की अपेक्षा 27 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा है और गुरुवार को नदी 1.27 क्यूसेक पर बह रही है। इससे जहां खड्डा रेता क्षेत्र के निचले इलाकों में बसे मरिचहवा, बकुलादह, बंसतपुर, विंध्याचलपुर व हरिहरपुर आदि गावों की ओर पानी का रुख करने से लोग डरे हुए हैं।

वहीं, गुरुवार को नेपाल की ओर से अलर्ट किया गया है कि शाम तक नदी का डिस्चार्ज दो लाख क्यूसेक तक भी हो सकता है। इस अलर्ट के बाद गंडक बैराज पर हाई अलर्ट कर दिया गया है, क्योंकि बैराज से पानी अधिक पानी छोड़े जाने पर खड्डा से लेकर तमकुहीराज के पिपराघाट तक बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है।

यहां तो बैकरोलिंग कर नदी तीन जगहों पर बंधे को काट रही है

बाल्मीकिनगर गंडक बैराज से पानी के डिस्चार्ज कम-अधिक होने का सीधा असर एपी तटबंध पर पड़ रहा है। नदी का जलस्तर कम होते ही तमकुहीराज क्षेत्र के एपी तटबंध से सटकर बह रही बड़ी गंडक नदी बैकरोलिंग कर रही है। गुरुवार की सुबह नदी एपी तटबंध के विरवट कोन्हवलिया, बाघाचौर व बांकखास में बैकरोलिंग कर कटान कर रही थी। नदी का विकराल रूप देख बंधे के किनारे बसे दर्जन भर गांवों के लोगों में बाढ़ का खौफ पैदा हो गया है।

दो लाख हुआ डिस्चार्ज तो बंधों को होगा खतरा

नेपाल से जारी अलर्ट के अनुसार बाल्मीकिनगर गंडक बैराज पर अगर गुरुवार की देर शाम तक दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की नौबत आई तो बड़ी गंडक के जलस्तर में तेजी से उफान होगा। खड्डा के रेता क्षेत्र से लेकर बरवापट्टी के अमवा खास और तमकुहीराज के एपी तटबंध के किनारे बसे विरवट कोन्हवलिया, बांकखास व बाघाचौर सहित पिपराघाट के कई टोलों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगेगा।

बंधे पर शरण लेने वालों का क्या होगा?

एपी तटबंध के पिपराघाट से लेकर अहिरौली दान तक बंधे और बंधे के किनारे हजारों की संख्या में लोग शरण लिए हुए हैं। नदी का पानी बढ़ने पर बंधे पर गुजर-बसर कर रहे लोगों की समस्याओं का कोई अंत नहीं दिख रहा है।

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