पांच बार धुले हाथ तो 50 फीसदी बीमारियां रहेंगी दूर
क्या आपका बच्चा खेलने के बाद हाथ नहीं धुलता। उसे कान या नाक में उंगली डालने की आदत है। वह बगैर हाथ धुले ही खाना खा लेता है। वह अक्सर बीमार भी पड़ता रहता है। अगर इन सवालों के जवाब हां हैं तो हो जाएं...
क्या आपका बच्चा खेलने के बाद हाथ नहीं धुलता। उसे कान या नाक में उंगली डालने की आदत है। वह बगैर हाथ धुले ही खाना खा लेता है। वह अक्सर बीमार भी पड़ता रहता है। अगर इन सवालों के जवाब हां हैं तो हो जाएं सावधान। बच्चे अक्सर खाने से पहले हाथ धोने में लापरवाही दिखाते हैं, जबकि दिन भर में कम-से-कम पांच बार हाथ धोना जरूरी है। बगैर हाथ धोए खाना व मिठाइयां खाईं तो सेहत बिगड़ना स्वाभाविक है।
पेट में चले जाते हैं कीटाणु
बच्चे दिन भर में दर्जनों चीजें छूते हैं। खिलौनों से लेकर वीडियो गेम और मोबाइल गेम के साथ ही वे पर्दें, खिड़की, दरवाजें, किताबें, कलम, स्कूल बैग, चाबियां और जूते-चप्पल आदि भी छूते रहते हैं। इसके साथ ही वह दिनभर में दर्जनों दोस्तों से हाथ मिलाते हैं। बगैर हाथ धुले खाने से इन चीजों पर मौजूद कीटाणु उनके पेट में चले जाते हैं।
हथेली की रेखाओं के बीच रहते हैं कीटाणु
बीआरडी मेडिकल कालेज के माइक्रोबॉयोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि मोबाइल की स्क्रीन पर टॉयलेट सीट से ज्यादा बैक्टीरिया पाए जाते हैं जहां टॉयलेट सीट में बैक्टीरिया की 3 प्रजातियां पाई जाती हैं। वहीं, मोबाइल पर इनकी प्रजाति की संख्या 10 से 12 होती है। मोबाइल की स्क्रीन पर ई-कोलाइ और फीकल जैसे खतरनाक बैक्टीरिया मिलते हैं। मोबाइल छूते ही यह बैक्टीरिया बच्चों की हथेलियों की रेखाओं में चिपक जाते हैं। ये बच्चों को बीमार कर सकते हैं।
हाथ धोना है सुरक्षा की दीवार
अच्छी तरह से हाथ धोना कई बीमारियों से बचने की पहली कड़ी है। इससे बच्चे सर्दी-जुकाम, दिमागी बुखार, सांस की तकलीफ, इन्फ्लूएंजा, हेपेटाइटिस ए, और संक्रामक दस्त से बच सकते हैं।
हाथ कैसे धोएं
पहले हाथ को गीला करें, फिर उस पर तरल साबुन लें। अब उसे दोनों हाथों पर लगाएं और 15 से 20 सेकेंड तक हाथों की उंगलियों के पोरों पर, उंगलियों के बीच में, हाथों के पीछे, अंगूठों के नीचे और नाखूनों पर रगड़ें। इन जगहों पर बैक्टीरिया रह जाने की आशंका अधिक रहती है। उसके बाद साफ पानी से धो डालें।
इस दौरान जरूर धुले हाथ
खाना-खाने से पहले और बाद में, खेलने से पहले और बाद में, पालतू जानवरों के साथ खेलने के बाद, शौच जाने से पहले और बाद में, बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद, छींकने या खांसी के बाद, बागवानी के बाद, स्कूल से लौटने के बाद,शौचालय से आने पर, नाक में उंगली डालने के बाद, किसी घाव या चोट को छूने पर, शरीर में खुजली करने के बाद