Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गोरखपुरFire Safety Standards Lacking in Gorakhpur s Government Hospitals

14 अस्पतालों की जांच, किसी में आग बुझाने के इंतजाम नहीं

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता जिले के ज्यादातर सरकारी अस्पताल आग से खतरे की जद में

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरSat, 30 Nov 2024 02:35 AM
share Share

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता जिले के ज्यादातर सरकारी अस्पताल आग से खतरे की जद में है। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में अग्निशमन के मानक ही पूरे नहीं हैं। यह सामने आया है अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट में। झांसी मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग में लगी आग के बाद अग्निशमन विभाग ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में अग्निशमन के उपायों की पड़ताल कर रहा है। अब तक की गई 14 अस्पतालों की जांच में सभी मानक पर फेल मिले हैं।

जिले में सीएमओ के अधीन 111 सरकारी चिकित्सालय हैं। जिसमें 66 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) और 23 अर्बन हेल्थ पोस्ट (यूपीएचसी) शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्र के जिन 14 अस्पतालों की अब तक जांच की गई है, उनमें अग्निशमन उपाय के नाम पर सिर्फ फायर एक्सटिंग्विशर रखा हुआ है। इसमें भी ज्यादातर जगहों पर फायर एक्सटिंग्विशर मेन्टेन नहीं है। उनमें गैस की मात्रा मानक से कम है। उनके पाइप चोक मिले हैं। बॉडी भी डैमेज है। तीन अस्पतालों को छोड़ किसी में भी फायर अलार्म सिस्टम नहीं मिला। ज्यादातर अस्पताल के अंदर आग बुझाने के कोई उपाय नहीं है। वाटर ओवर हेड टैंक व फायर हाइड्रेंट सिस्टम भी नहीं मिला। कई जगहों पर कर्मचारियों को आग को बुझाने का प्रशिक्षण भी नहीं मिला है।

ऐसा है आग से सुरक्षा का हाल

बड़हलगंज व गोला सीएचसी में टेरिस टैंक से पंप व पाइपलाइन को कनेक्शन ही नहीं था।

खजनी के उसवा बाबू सीएचसी में ओवरहेड टैंक या फायर हाइड्रेंट सिस्टम नहीं मिला।

अरांव जगदीशपुर सीएचसी में टैंक से पंप व पाइपलाइन को कनेक्शन नहीं मिला।

उरुवा पीएचसी पर सिर्फ दो फायर एक्सटिंग्विशर मिले, जिसमें से एक क्रियाशील नहीं था।

इन अस्पतालों में की गई जांच

बेलघाट, खजनी, गोला, बड़हलगंज, गगहा, अरांव जगदीशपुर, पिपरौली, सहजनवा,डेरवा, बरही, चौरीचौरा, भटहट, बांसगांव

सीएमओ को भेजी गई रिपोर्ट

मुख्य अग्निशमन अधिकारी जसवीर सिंह ने बताया कि जिले में संचालित राजकीय चिकित्सालय में फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जा रहा है। फायर पंप, पानी का टैंक, अलार्म सिस्टम, लैंडिंग वाल्व, होजरील के इंतजाम की जांच की जा रही है। लेकिन कई जगह पुराने फायर एक्सटिंग्विशर मिले है। उन्हें बदलने की जरूरत है। इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट सीएमओ को भेजी गई है।

प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाए अग्निशमन के मानक : प्रमुख सचिव

अस्पतालों में अग्निशमन के मानकों को लेकर गुरुवार की शाम को प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने ताकीद किया कि अग्निशमन के मानकों के अस्पतालों में पूरा रखा जाए। इसके लिए फायर सेफ्टी आडिट कराया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न हो। इसके लिए अग्निशमन विभाग व दूसरे संबंधित विभागों की मदद ली जाए।

कोट

अग्निशमन विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मिली है। रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। विभाग के अवर अभियंता को रिपोर्ट भेज दी गई है। वह विस्तृत कार्ययोजना बना रहे हैं। जल्द ही मानक को पूरा कर लिया जाएगा। - डॉक्टर आशुतोष दुबे, सीएमओ

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें