गोरखपुर में फर्टिलाइजर के पास व्यापारी की कार पर बरसाईं गोलियां
गोरखपुर के चिलुआताल थाने से लौट रहे कार सवार व्यापारी को फर्टिलाइजर कॉलोनी के में शुक्रवार को दिनदहाड़े बाइक सवार मनबढ़ों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। दर्जनभर राउण्ड फायरिंग से इलाके में सनसनी...
गोरखपुर के चिलुआताल थाने से लौट रहे कार सवार व्यापारी को फर्टिलाइजर कॉलोनी के में शुक्रवार को दिनदहाड़े बाइक सवार मनबढ़ों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। दर्जनभर राउण्ड फायरिंग से इलाके में सनसनी फैल गई। गोलियों से कार का पीछे का एक हिस्सा छलनी हो गया। हालांकि संयोग अच्छा था कि गोली कारसवारों को नहीं लगी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी।
मेडिकल कॉलेज गेट के सामने रहने वाले लक्ष्मी नारायण गुप्ता की साक्षी कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल की दुकान है। पुलिस को दी तहरीर में लक्ष्मी नारायण ने बताया है कि गुलरिहा क्षेत्र के बनगाई गांव निवासी कृष्ण चंदन ने बुधवार को दुकान पर मोबाइल बनने के लिए दिया था। गुरुवार को उनका मोबाइल बना कर दे दिया गया। शुक्रवार की सुबह वह मोबाइल लेकर दुकान पर पहुंचे और मोबाइल ठीक से चार्ज नहीं होने की बात कहकर अपशब्दों का प्रयोग करने लगे। वह काउंटर पर रखा मोबाइल लेकर जाने लगे। उनके साथ दो लोग और थे। दुकान में मौजूद अन्य लोगों के बताने पर उन्होंने उनसे मोबाइल मांगा तो गाली देने लगे। इस बीच आसपास के लोग भी पहुंच गए और विरोध किया तो वे हाथापाई करने लगे।
इसकी सूचना 100 नंबर पर पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल कर चली गई। इस बीच दूसरे पक्ष ने थाने पहुंच कर उनके खिलाफ तहरीर दे दी। इसकी जानकारी होने पर वह दिन में तकरीबन 3 बजे श्रवण गुप्ता, राजभरन, अफरोज के साथ थाने पर पहुंचे तो मालूम चला कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद वह भी मारपीट की तहरीर देकर कार से दुकान जाने के लिए निकल गए।
अभी वे लोग फर्टिलाइजर के पूर्वी गेट के पास पहुंचे थे कि बाइक और स्कूटी सवार युवकों ने कार के पीछे दाहिने तरफ से ताबड़तोड़ फायर झोंक दिए। कई गोलियां कार की बॉडी में धंस गईं। पीछे का शीशा टूट गया। संयोग अच्छा था कि उन्हें गोली नहीं लगी। हमलावरों के जाने के बाद 100 नंबर पर सूचना दी। चिलुआताल पुलिस, एसपी नार्थ अरविन्द कुमार पाण्डेय और क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए।
प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध लग रहा है। मोबाइल को लेकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बड़ा नहीं था कि कोई जान लेने के लिए गोली चला देगा। वह भी घटना स्थल एसएसबी परिसर के पास बताया जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है।
अरविन्द कुमार पाण्डेय, एसपी उत्तरी