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पुलिस अभिरक्षा में पिटाई से बंदी के मौत की आशंका!

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजे जा रहे चोरी के...

पुलिस अभिरक्षा में पिटाई से बंदी के मौत की आशंका!
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 09 Aug 2022 02:11 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजे जा रहे चोरी के आरोपित प्रमोद की पुलिस अभिरक्षा में मौत ने पिपराइच पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है। आरोप है प्रमोद की मौत पुलिस अभिरक्षा में पिटाई से आई चोट की वजह से हुई है। पीएम रिपोर्ट में प्रमोद के शरीर में चोट मिली है। वहीं विसरा भी जांच के लिए सुरक्षित किया गया है। एसएसपी ने न्यायिक जांच के लिए जिला जज को पत्र लिख दिया है वहीं पुलिस की तरफ से एसपी नार्थ को जांच कर रिपोर्ट मांगी है।

महराजगंज के पनियरा थानाक्षेत्र स्थित मोथई गांव निवासी प्रमोद उर्फ सोनू पांच भाइयों में तीसरे नम्बर का था। अन्य भाई मजदूरी करते हैं। प्रमोद की मौत की सूचना के बाद चारों भाई सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे थे। भाइयों बताया कि पिपराइच के महरी गांव में उनके पिता का ननिहाल है। एक सप्ताह पहले वह महरी आया था उसके बाद क्या हुआ कुछ नहीं पता। प्रमोद की शादी हो गई थी लेकिन तीन साल पहले पत्नी छोड़कर चली गई थी।

बता दें कि पिपराइच पुलिस ने चिउटहा नहर के पास चोरी के फावड़े और स्पीकर के साथ प्रमोद को गिरफ्तार किया था। चोरी का मुकदमा दर्ज कर रविवार की शाम पिपराइच थाने के दारोगा व सिपाहियों ने रिमांड मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पेश किया था जहां से जेल भेज दिया गया था। न्यायालय से निकलने के बाद पुलिसकर्मी डोजियर भरवाने के लिए प्रमोद को डीसीआरबी कार्यालय ले गए। फोटो व अन्य विवरण दर्ज करने के बाद देर शाम जिला कारागार पहुंचे। गेट पर तलाशी के दौरान ही प्रमोद की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।

डॉक्टर के पैनल ने किया पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी हुई

दो डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई। वहीं दूसरी तरफ किसी तरह का विरोध-प्रदर्शन न झेलना पड़े इसके लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। शव को प्रमोद के भाइयों को सौंपने के बाद पुलिस की निगरानी में अन्तिम संस्कार भी कराया गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ चोट सामने आई हैं। इस तरह की घटना में एक नियम का पालन करना होता है उसके तहत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को बता दिया गया है। न्यायिक जांच के लिए जिला जज को चिट्ठी लिखी गई है। इसके अलावा पुलिस की तरफ से एसपी नार्थ की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी

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चोरी के आरोप में भीड़ ने की थी पिटाई

पिपराइच के घोड़ादेउर में स्थित एक स्कूल में शुक्रवार की रात में चोरी हुई थी। चोरी की घटना स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। शनिवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे चिउटहां चौराहे पर एक चाय की दुकान पर एक व्यक्ति साइकिल से पहुंचा और समोसा खरीद कर जाने लगा। महज चंद कदम दूरी पर ही पहुंचा था कि बाइक सवार युवक स्कूल में चोरी करने वाले युवक की तलाश में पहुंच गए। बाइक सवार युवकों ने मोबाइल में लिए सीसीटीवी फुटेज व वीडियो से मिलान कराते हुए समोसा खरीदने वाले युवक को पकड़ लिया और उसके चोर होने की बात कहते हुए शोर मचाने लगे। आरोप है कि दर्जनों की संख्या में जुटे लोगों ने आरोपी की पिटाई कर दी। उसके पास से चोरी गया सामान भी मिला। सूचना पर पहुंची पिपराइच पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। उसकी पहचान महराजगंज के पनियरा क्षेत्र स्थित मोथई गांव निवासी प्रमोद उर्फ सोनू के रूप में हुई थी।

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पिपराइच सीएचसी पर हुआ था मेडिकल नहीं थे चोट के निशान

पिपराइच पुलिस ने प्रमोद उर्फ सोनू को कोर्ट में पेश करने से पहले पिपराइच सीएचसी पर मेडिकल कराया था। अधीक्षक डॉ. मणिशेखर ने प्रमोद का मेडिकल किया था। उन्होंने बताया कि महराजगंज निवासी प्रमोद उर्फ सोनू का चिकित्सकीय परीक्षण रविवार को 1.40 बजे किया गया था। उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला। हालांकि डॉक्टर की इस रिपोर्ट के आधार पर यह तय है कि पब्लिक की पिटाई से उतनी चोट नहीं लगी थी नहीं तो मेडिकल जांच में उस चोट का जिक्र जरूर होता।

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7.26 पर जेल लेकर पहुंची थी पुलिस

चोरी के आरोपित प्रमोद को रविवार की देर शाम 7.26 बजे पिपराइच पुलिस गोरखपुर जेल लेकर पहुंची थी। पुलिस की जीप से उसे उतारा गया तब उसके पांव लड़खड़ा रहे थे। दो पुलिसवाले अगल-बगल पकड़कर गेट पर ले गए। संतरी ने बंदी की हालत देखकर जेल अधीक्षक को सूचना दी। उसकी हालत भी बताई। उधर, जेल लेकर पहुंचे पुलिसवालों ने प्रमोद को स्मैकिया बताते हुए कहा कि यह जानबूझकर नाटक कर रहा है। उसकी हालत देखकर जेल अधीक्षक ने तुंरत जेल के डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर चेक किया तो न तो उसका बीपी मिल रहा था और न ही पल्स। उन्होंने तत्काल जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। अधीक्षक ने सीओ गोरखनाथ को भी बताया। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई थी। मृत घोषित कर साढ़े आठ बजे मोर्चरी में रखवा दिया गया था।

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