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इस बार बीए में प्रैक्टिकल विषय देने पर विवि का जोर

प्रैक्टिकल विषयों से भागने वालों के बीए के विद्यार्थियों को इस साल इसकी खुली छूट नहीं मिलेगी। इस बार डीडीयू का पूरा जोर बीए के विद्यार्थियों को कम से कम एक प्रैक्टिकल विषय पढ़ाने पर...


इस बार बीए में प्रैक्टिकल विषय देने पर विवि का जोर
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरMon, 09 Jul 2018 07:47 PM
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प्रैक्टिकल विषयों से भागने वालों के बीए के विद्यार्थियों को इस साल इसकी खुली छूट नहीं मिलेगी। इस बार डीडीयू का पूरा जोर बीए के विद्यार्थियों को कम से कम एक प्रैक्टिकल विषय पढ़ाने पर है।

बीए के विद्यार्थी पहले ऐसे विषयों का चुनाव करते थे, जिनमें प्रैक्टिकल नहीं होते। प्रैक्टिकल की अलग से कक्षाएं चलती हैं और ऐसे विद्याथी मानते थे कि अलग से पढ़ाई की जरूरत नहीं है। डीडीयू में भी ऐसे विषय लेने की पहले छूट थी। इस बार प्रवेश समिति की बैठक में इस बार गंभीरता से विचार हुआ और तय हुआ कि विद्यार्थियों में क्रिएटिविटी का भाव पैदा करने के लिए उन्हें प्रैक्टिकल विषय पढ़ाने पर जोर दिया जाए।

इसी के तहत बीए के विद्यार्थियों के लिए तीन ग्रुप बनाए गए। तय हुआ कि तीनों ग्रुपों में एक-एक विषय लेना अनिवार्य है। इनमें एक ग्रुप में समाजशास्त्र को छोड़ शेष सभी प्रैक्टिकल वाले विषय रखे गए। शेष दोनों ग्रुपों में सभी नॉन प्रैक्टिकल विषय हैं। प्रवेश के दौरान इसी नियम के आधार विषयों का आवंटन किया जा रहा है। बीए प्रवेश के समन्वयक प्रो. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि प्रवेश समिति यह तीनों ग्रुपों का आवंटन बड़ी सोच विचार के बाद किया है।

विज्ञान वर्ग से उत्तीर्ण व इंटर में गृह विज्ञान पढ़े विद्यार्थियों को ही यह विषय मिलेगा। सांख्यिकी पढ़ने वालों को गणित विषय लेना अनिवार्य है। इसी तरह इंटर में भूगोल पढ़ने वालों को ही भूगोल विषय दिया जाएगा, इंटर साइंस या कृषि से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को भी यह विषय लेने की छूट है।

यह हैं बीए के तीन ग्रुप

ग्रुप अ-

मनोविज्ञान, भूगोल, रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन, दृश्य कला, मंच कला, सांख्यिकी, गृह विज्ञान, शरीरिक शिक्षा और समाज शास्त्र

ग्रुप ब-

हिन्दी, पालि, दर्शन शास्त्र, प्राचीन इतिहास, अंग्रेजी व गणित

ग्रुप स-

राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास, उर्दू, संस्कृत व शिक्षा शास्त्र

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