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बचत नहीं कर पाने वाले भी पा सकेंगे राहत

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपने बजट के जरिए मध्य वर्ग को टैक्स में नए स्लैब का विकल्प दिया तो बहुतों को लगा कि इससे घर-गृहस्थी में बचत का महात्म्य कुछ कम होगा। हालांकि कम आय वाले जो...

बचत नहीं कर पाने वाले भी पा सकेंगे राहत
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 02 Feb 2020 02:53 AM
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपने बजट के जरिए मध्य वर्ग को टैक्स में नए स्लैब का विकल्प दिया तो बहुतों को लगा कि इससे घर-गृहस्थी में बचत का महात्म्य कुछ कम होगा। हालांकि कम आय वाले जो परिवार बिल्कुल बचत नहीं कर पाते उनके लिए भी एक आसान राह निकली है। मसलन 40 हजार रुपये मासिक आय वाले परिवार जहां अभी तक 2.50 लाख वार्षिक से ऊपर की आय पर बचत के जरिए लाभ पाता था वहीं अगले वित्तीय साल से बचत की शर्त नहीं होगी।

शिक्षक दंपति को महंगाई का डर सता रहा

महादेवपुरम कालोनी निवासी शिक्षक दंपति डॉ. शैलेंद्र राव व पारुल सिंह के दो बच्चे हैं। दोनों पढ़ रहे हैं। दंपति की आय तकरीबन 1.50 लाख रुपये मासिक है। शैलेंद्र ने कहा कि हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ बजट में जरूर है। हम टैक्स बचाने के लिए जो निवेश कर अपने परिवार को सुरक्षा प्रदान करते थे विकल्प मिलने से बचत की ओर ध्यान नहीं जाएगा। इस बजट में महंगाई घटाने के लिए सरकार ने कोई उपाय नहीं किया है। यदि महंगाई और बढ़ी तो परिवार का बजट गड़बड़ा जाएगा। क्या सस्ता हुआ है, यह स्पष्ट ही नहीं है।

गृहस्वामी- शिक्षक डा. शैलेन्द्र राव

पत्नी- शिक्षिका पारुल सिंह

आय - 1.50 लाख मासिक

निवासी- महादेवपुरम कालोनी

मासिक खर्च

बच्चों की फीस : 6000 रुपये

किचेन का खर्च : 15000 रुपये

गैस सिलेंडर : 1600 रुपये

बिजली बिल : 4000 रुपये

अन्य खर्चे : 20000 रुपये

आम आदमी की बढ़ सकती है दिक्कत

अधिवक्ता अमित कुमार सिंह पत्नी शिवा और दो बच्चों अंश प्रताप और अंशिका के साथ सिक्टौर में रहते हैं। दोनों बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। अमित की तकरीबन 30 हजार रुपये मासिक आय है। अमित कहते हैं कि बजट ऐसा नहीं दिख रहा है जिससे ये लगे कि यह आम अवाम को राहत पहुंचाने वाला है। किसानों, नौजवानों और कर्मचारियों को इस बजट से काफी उम्मीदें थीं। हम कह सकते हैं कि यह बजट उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। महंगाई बढ़ने का खतरा है। महंगाई बढ़ी आम व्यक्ति की दिक्कत बढ़ जाएगी।

गृहस्वामी- एडवोकेट अमित कुमार सिंह

पत्नी-शिवा सिंह

आय- 30 हजार मासिक

निवासी-सिक्टौर क्षेत्र

मासिक खर्च

किचेन : 6000 रुपये

बच्चों की फीस : 10000 रुपये

बिजली : 2000 रुपये

गैस सिलेंडर : 800 रुपये

रोजगार के अवसर नहीं दिखे

मदरसा शिक्षक मोहम्मद आजम पत्नी नौशीन और दो बच्चों के साथ खोखरटोला में रहते हैं। नौशीन गृहिणी हैं। आजम कहते हैं कि बजट कहीं से ऐसा नहीं लग रहा है जिससे उम्मीद की जाए कि महंगाई जल्दी घट जाएगी। बजट में जो कुछ दिखा वह लम्बे समय के लिए है। रोजगार के अवसर नहीं दिखे। महंगाई चरम पर है। गृहस्थी चलाना मुश्किल हो गया है। गैस और बिजली का बिल परेशान कर रहा है। बच्चों की अच्छी तालीम को रखकर खर्चों में कटौती करना पड़ता है। अब और महंगाई बढ़ी तो खर्च चला पाना मुश्किल होगा।

मोहम्मद आजम

मदरसा शिक्षक

आय : 15000 रुपये

खोखरटोला

पत्नी :

बच्चे दो : मोहम्मद हंजला, हम्माद

मासिक खर्च

बच्चों की फीस : 3000 रुपये

बिजली बिल : 1500 रुपये

किचेन : 5000 रुपये

अन्य खर्च : 3000 रुपये

बच्चों की पढ़ाई पर खर्च कैसे कम होगा

अधिवक्ता रणंजय सिंह का सहारा एस्टेट में मकान है। पत्नी माधवी सिंह और दो बच्चों के साथ रहते हैं। उनकी मासिक आय 40 हजार रुपये है। रणंजय ने कहा कि बजट अच्छा है। मध्यम वर्ग के लोगों को आयकर में 5 लाख तक की आय में छूट राहत मिलेगी। सरकार ने किसानों, शिक्षा और चिकित्सा पर विशेष ध्यान दिया है। उम्मीद जगी है कि महंगाई कम होगी। बच्चों की पढ़ाई पर काफी खर्च हो रहा है। महंगाई की वजह से किचेन पर बोझ ज्यादा आता है। महंगाई घटेगी तो राहत हो जाएगी। महंगाई बढ़ी तो घर का बजट गड़बड़ा जाएगा।

गृह स्वामी- एडवोकेट-रणजंय सिंह

पत्नी- माधवी सिंह हाउस वाईफ

आय- 40 हजार मासिक

निवासी- सहारा इस्टेट

मासिक खर्च

किचेन : 5000 रुपये

बच्चों की फीस : 15000 रुपये

बिजली : 2500 रुपये

गैस सिलेंडर :800 रुपये

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