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डीडीयू से संबद्ध 130 कॉलेजों में नए सत्र से प्रवेश पर संकट

डीडीयू से संबद्ध 130 कॉलेजों में नए सत्र से प्रवेश पर संकट गहरा गया है। विवि की तीन-तीन चेतावनी के बाद भी इन कॉलेजों ने अपने यहां तैनात शिक्षकों की ऑनलाइन डिटेल मुहैया नहीं कराई है। चेतावनी में विवि...

डीडीयू से संबद्ध 130 कॉलेजों में नए सत्र से प्रवेश पर संकट
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरThu, 19 Apr 2018 12:17 PM
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डीडीयू से संबद्ध 130 कॉलेजों में नए सत्र से प्रवेश पर संकट गहरा गया है। विवि की तीन-तीन चेतावनी के बाद भी इन कॉलेजों ने अपने यहां तैनात शिक्षकों की ऑनलाइन डिटेल मुहैया नहीं कराई है। चेतावनी में विवि प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अंतिम तिथि तक डिटेल नहीं उपलब्ध कराने वाले कॉलेजों में नए सत्र से प्रवेश रोक दिया जाएगा। भविष्य में इनकी मान्यता निरस्त करने पर भी निर्णय लिया जाएगा।

डीडीयू की संबद्धता विभाग के अनुसार यहां से कुल 315 कॉलेज संबद्ध हैं। जनवरी में ही एक शासनादेश के अनुसार कुलसचिव ने संबद्धता विभाग के जरिए सभी कॉलेजों को उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट जारी कर निर्देश दिया था कि इस पर कॉलेजों में तैनात सभी शिक्षकों, प्राचार्य व उप प्राचार्य के नाम पते के साथ, नियुक्ति आदि का विवरण, सेलरी वाले खाते व बैंक के साथ उनका आधार व पैन नंबर ऑनलाइन दर्ज कर दें। संबद्धता विभाग को अलग से निर्देश दिया था कि वह इसकी मानीटरिंग करें और सभी कॉलेजों की सभी विषयों की संबद्धता के अनुसार वेबसाइट पर डिटेल दर्ज कराएं।

जनवरी से अब तक संबद्धता विभाग ने तीन कड़ी नोटिस जारी की। अंतिम तिथि 17 अप्रैल जारी की गई थी और चेताया गया था कि इस तिथि तक जो कॉलेज विवरण नहीं दे सकेंगे, उन्हें नए सत्र से प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। संबद्धता विभाग के अनुसार 17 अप्रैल तक कुल 120 कॉलेजों ने विषयवार अपने यहां तैनात सभी शिक्षकों का विवरण ऑनलाइन अपलोड करा दिया। 64 कॉलेजों ने अपनी डिटेल आधी अधूरी दर्ज करा दी थी, उन्हें डिटेल पूरा करने का मौका मिल गया है मगर 130 कॉलेज ऐसे निकले, जिन्होंने किसी चेतावनी की परवाह किए बिना वेबसाइट पर एक भी सूचना नहीं भरी।

खुलने लगी फर्जीवाड़े की पोल

कॉलेज शिक्षकों की ऑनलाइन डिटेल देने से यूं ही पीछे नहीं हट रहे हैं। बल्कि डिटेल न देकर वह फर्जीवाड़ा छुपाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उन्होंने मान्यता लेने के वक्त किया था। इस कदम से मान्यता देने में बड़े पैमाने पर हुए फर्जीवाड़े की भी पोल खुल रही है।

सूत्रों का कहना है कि पहले संबद्धता के लिए कई कॉलेज एक ही शिक्षक के नाम पर अनुमोदन ले लेते थे। जबसे यह प्रक्रिया शुरू हुई है तबसे आगरा, झांसी आदि तीन चार राज्य विवि में ऐसा करने वालों की पोल खुल चुकी है। डीडीयू में भी बड़े पैमाने पर ऐसा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि डिटेल न देकर ऐसे कॉलेज इसी से बचने का प्रयास कर रहे हैं।

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