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आठ हॉस्पिटल व पैथोलॉजी होंगे बंद, अनुमति निरस्‍त

मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के तैयारियों की जांच की। इसके लिए एक दर्जन अस्पतालों का निरीक्षण किया। एडिशनल सीएमओ डॉ. एनके पांडेय के नेतृत्व...

आठ हॉस्पिटल व पैथोलॉजी होंगे बंद, अनुमति निरस्‍त
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 06 May 2020 01:18 AM
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मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के तैयारियों की जांच की। इसके लिए एक दर्जन अस्पतालों का निरीक्षण किया। एडिशनल सीएमओ डॉ. एनके पांडेय के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नियम व शर्तो का पालन नहीं किए जाने पर आठ अस्पतालों व पैथोलॉजी को बंद करने का निर्देश देते हुए उनकी इमरजेंसी सेवा की अनुमति निरस्त कर दी। चार अस्पताल बिना अनुमति के चल रहे थे, उन्हें बंद कराकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

सबसे पहले टीम बेतियाहाता स्थित विमल पैथोलॉजी पहुंची। इस पैथोलॉजी में बायोमेडिकल वेस्ट का पृथक्कीकरण एवं रख-रखाव की व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई। अपोलो क्लीनिक बेतियाहाता में इमरजेंसी सेवा के स्थान पर दूरभाष से अपॉइंटमेंट लेकर ओपीडी एवं पैथोलॉजी संचालित की जा रही थी। वरदायनी हास्पिटल, तारामंडल में शारीरिक दूरी, बायो मेडिकल वेस्ट की व्यवस्था व आइसोलेशन वार्ड मानक के अनुरूप नहीं था। कर्मचारी भी 33 फीसद से ज्यादा थे। सत्या हास्पिटल, तारामंडल में भी यही कमियां मिलीं।

बिना अनुमति संचालित हो रहे थे चार अस्पताल

स्वास्थ्य विभाग के तमाम नियमों को अनदेखा कर महानगर में चार अस्पताल संचालित हो रहे थे। मंगलवार की जांच में इनका खुलासा हुआ। मुंशी प्रेमचंद पार्क स्थित पाखी हास्पिटल में सिजेरियन डिलेवरी की एक मरीज भर्ती थी। कृष्णा हास्पिटल, तारामंडल में एक एक्सीडेंटल मरीज भर्ती पाया गया। इनके साथ ही तारामंडल स्थित अमृत हास्पिटल व वर्तिका हार्ट केयर बिना अनुमति के खुले पाए गए। सभी हॉस्पिटलों को बंद करा दिया गया। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इनकी भी हुई जांच

सर्वांग पाली क्लीनिक में आइसोलेशन वार्ड द्वितीय तल पर है। उसे ग्राउंड फ्लोर पर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया। सामान्य वार्ड में दो बेडों के बीच की दूरी तीन फीट थी जिसे छह फीट करने को निर्देशित किया गया। रायल हास्पिटल एवं गौतम बुद्ध हास्पिटल, तारामंडल व संजय फ्रैक्चर क्लीनिक, रुस्तमपुर बंद पाए गए।

बोले एडिशनल सीएमओ

जिन अस्पतालों की अनुमति निरस्त की गई है, उन्हें नए मरीज भर्ती नहीं करने और वर्तमान में भर्ती मरीजों को यथाशीघ्र डिस्चार्ज कर अस्पताल बंद करने का निर्देश दिया गया है। पुनः संचालित पाए जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. एनके पांडेय, एडिशनल सीएमओ

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