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मातृत्व अभियान को सफल बनाने के लिए शुरू हुई कवायद

नौ जनवरी को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के डेढ़ साल पूरे होने वाले हैं। अभियान की सफलता से उत्साहित जिले का स्वास्थ्य महकमा प्रत्येक सीएचसी-पीएचसी पर इस बार और बेहतर परिणाम देने के लिए जुटा...

मातृत्व अभियान को सफल बनाने के लिए शुरू हुई कवायद
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 04 Jan 2019 09:42 PM
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नौ जनवरी को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के डेढ़ साल पूरे होने वाले हैं। अभियान की सफलता से उत्साहित जिले का स्वास्थ्य महकमा प्रत्येक सीएचसी-पीएचसी पर इस बार और बेहतर परिणाम देने के लिए जुटा है।

सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह ये सुनिश्चित करें कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रो पर ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाएं पहुंची और उन्हें निशुल्क सेवाओं का लाभ मिले। आशा व एएनएम को इस अभियान को सफल बनाने के लिये विशेष तौर से निर्देश दिये गये हैं।

बीते डेढ़ सालों में इस अभियान के बेहद शानदार नतीजे सामने आए हैं। गोरखपुर जिले में कुल 16,427 गर्भवती महिलाओं को अभियान के दौरान सुविधाओं का लाभ मिला है। जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद ने बताया कि अभियान के दौरान 1334 हाई रिस्क प्रैग्नेंसी के मामले चिन्हित किये गये और ऐसी महिलाओं को खास उपचार व पोषण दिया गया। इस अभियान में दवाइयों के अलावा टीकाकरण की सुविधा भी उपलब्ध रहती है। 2-3 माह की गर्भवती महिलाओं को अभियान में लाकर उन्हें सुविधा प्रदान की जाती है।

4 हजार आशाओं और 500 एएनएम पर जिम्मा

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का शुभारंभ 9 जुलाई 2017 को हुआ था। इस अभियान के तहत प्रत्येक माह की 9 तारीख को सभी सीएचसी-पीएचसी पर गर्भवती महिलाओं की जांच होती है। जिले में काम कर रही करीब 4 हजार आशाओं और 500 एएनएम की जिम्मेदारी है कि वे ज्यादा से ज्यादा प्रतिभागिता सुनिश्चित कराएं।

निजी डाक्टर भी करते हैं स्वयंसेवा

अभियान के तहत कुल 13 निजी चिकित्सकों ने स्वयंसेवा के लिए पंजीकरण कराया है जिनमें से तीन चिकित्सक पिछले डेढ़ सालों से नियमित स्वयंसेवी सेवाएं दे रही हैं।

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