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कोरोना संक्रमण से वेंटिलेटर पर जाने के मामले सिर्फ 5 फीसदी: डॉ सुरेखा किशोर

गोरखपुर एम्स की निदेशक डॉ सुरेखा किशोर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में संक्रमित व्यक्ति के वेंटिलेटर पर जाने के सिर्फ 5 फीसदी मामले ही रिपोर्ट किए गए हैं। 95 फीसदी लोग दवाओं और स्वच्छता बनाए...

कोरोना संक्रमण से वेंटिलेटर पर जाने के मामले सिर्फ 5 फीसदी: डॉ सुरेखा किशोर
गोरखपुर। मुख्य संवाददाताSun, 19 Sep 2021 05:18 PM
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गोरखपुर एम्स की निदेशक डॉ सुरेखा किशोर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में संक्रमित व्यक्ति के वेंटिलेटर पर जाने के सिर्फ 5 फीसदी मामले ही रिपोर्ट किए गए हैं। 95 फीसदी लोग दवाओं और स्वच्छता बनाए रखने से ठीक हो जाते हैं। सूबे में कोरोना संक्रमण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराना करते हुए उन्होंने कहा कि देश का नागरिक होने के कारण हम सबका भी कर्तव्य है कि हम स्वयं के साथ समाज और राष्ट्र को कोरोना से पूरी तरह मुक्त कराने में अपना सहयोग प्रदान करें। 

डॉ सुरेखा किशोर, रविवार को युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 7वीं पुण्यतिथि पर साप्ताहिक संगोष्ठी के दूसरे दिन ‘वैश्विक महामारी कोरोना एवं हमारा स्वास्थ्य’ विषय पर अपना विचार रख रहीं थी। संगोष्ठी की मुख्य वक्ता डॉ सुरेखा ने बताया कि कोरोना महामारी वायरस से होती है। कोरोना का संक्रमण स्वास्थ प्रक्रिया को प्रभावित करता है। यदि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो खतरे और बढ़ जाते हैं। कोरोना का संक्रमण खांसने, छींकने और छूने से फैलता, इसलिए इससे बचने के लिए मुंह पर मास्क लगाना और सामाजिक दूरी बनाए रखना बहुत आवश्यक है।

हृदय, किडनी, लीवर के रोग, शुगर रक्तचाप की बीमारी से ग्रसित लोगों में खतरा ज्यादा रहता है। अन्यथा 5फीसदी लोग ही वेंटिलेटर पर जाते हैं। मानसिक रूप से भयभीत होने वालों में भी दिक्कत होती है। अन्यथा इस बीमारी से आत्मविश्वास और सूझबूझ से काफी हद तक बचा जा सकता है। कोरोना के लक्षण दिखाई दें तत्काल जांच कराएं और यदि पॉजिटिव रिपोर्ट हो तो प्रारंभिक सावधानी के साथ ही चिकित्सक से जरूर परामर्श करें। अपने हाथ को अल्कोहल बेस्ट सेनीटाइजर से थोड़ी थोड़ी देर पर सैनीटाइज करें। साबुन से हाथ को सदैव धोए। उन्होंने मास्क पहनने के तरीके और उसके लाभ को भी बताया। अध्यक्षता पूर्व कुलपति प्रोफेसर उदय प्रताप सिंह ने किया। वैदिक मंगलाचरण डॉ रंजनाथ त्रिपाठी, गोरक्षाष्टक पाठ सुजल तिवारी एवं गौरव तिवारी और संचालन माधवेंद्र राज ने किया। संगोष्ठी में प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महंत मिथिलेश दास, महंत गंगादास, चेचाईराम के महंत पंचाननपुरी, द्वारिका तिवारी समेत अन्य मौजूद रहे। 

भारत कोरोना से विजय के करीब: डॉ राजकिशोर सिंह

बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के मेडिसिन विभाग के डॉ राजकिशोर सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से अमेरिका जैसा देश आज भी जूझ रहा है लेकिन भारत देश विजय के करीब है। महामारी से पूर्व या उस समय हमारे पास बेड, ऑक्सीजन की व्यवस्था पर्याप्त नहीं थी लेकिन आज हम इसका समाना करने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति राष्ट्र की सर्वाधिक जनसंख्या वाला प्रांत यूपी कोरोना पर विजय हासिल कर रहा है। उन्होंने कोरोना काल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यो एवं प्रयासों से जुड़े अपने संस्मरण साझा किए। कहा कि गोरक्षपीठ जिस हठयोग परंपरा को आगे बढ़ाया है वह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है यह हम कारोना महामारी के परिप्रेक्ष्य में देख सकते हैं। करोना महामारी से अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए हमें नियमित योग करना चाहिए।

कोरोना से बचाव के लिए मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखे: स्वामी वासुदेवाचार्य

जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के बचाव के लिए हमें अपना मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रखना होगा। चरक ऋषि ने रोग के कारणों में एक कारण प्रज्ञाप्ररधा भी बताया है जो कि अपने सही सोच को दबा कर गलत करने से होती है। महर्षि पतंजलि ने भी रोगी की परीक्षा का 10 प्रकार बताया है जिसमें जन्म के स्थान, समय और शरीर के आकार प्रकार से रोग का निदान और उसके लिए औषधि का वर्णन किया है। प्राणायाम करने से सभी रोगों से छुटकारा व न करने से सभी रोगों से ग्रसित होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी कफ् से पैदा होती है इसलिए हमें कफ् निवारण के उपायों को प्रयोग करना चाहिए। 

योग कर कोरोना संक्रमण को रखे दूर: महंत शिवनाथ

कटक उड़ीसा से पधारे महंत शिवनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए योग को अपनाना होगा। शारीरिक स्वच्छता के साथ योग करने से मानसिक स्वच्छता, शांति और स्वास्थ्य बना रहेगा। उन्होंने कहा कि पद्मासन ,सिद्धासन जैसे आसन और प्राणायाम करने से हमारे फेफड़ों के साथ ही पूरे अंगों की शुद्धता होती है। मन की शांति और शुद्धता के लिए ध्यान व धारण का अभ्यास करने से कोरोना से होने वाले हार्टअटैक से बचा जाता है।

योग के साथ ध्यान और काढ़ा का भी सेवन करें: ब्रह्मचारी दासलाल

सवाई मठ आगरा से आए ब्रह्मचारी दासलाल कोरोना से बचाव के लिए योग करने के साथ गिलोय, तुलसी, कलोंजी का काढ़ा पीने के साथ ही विविध प्राणायाम का निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिए। इससे हमारा फेफड़ा मजबूत होगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। अपने मानसिक स्थिति को मजबूथ व निर्भीक बनाने के लिए ध्यान की क्रिया का अभ्यास  अवश्य करना चाहिए।

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