मीटर लगाए नहीं, सालभर में 200 करोड़ की 'सजा' भुगतेंगे 4.80 लाख ग्रामीण
ग्रामीण क्षेत्रों के कनेक्शन पर मीटर लगाने की जिम्मेदारी बिजली निगम थी लेकिन अभियंताओं ने लापरवाही बरती और गोरखपुर जोन के 4.80 लाख ग्रामीण उपभोक्ताओं के घर में मीटर नहीं लगाए जा सके। पावर कॉरपोरेशन...
ग्रामीण क्षेत्रों के कनेक्शन पर मीटर लगाने की जिम्मेदारी बिजली निगम थी लेकिन अभियंताओं ने लापरवाही बरती और गोरखपुर जोन के 4.80 लाख ग्रामीण उपभोक्ताओं के घर में मीटर नहीं लगाए जा सके। पावर कॉरपोरेशन के नए टैरिफ के मुताबिक अब जिनके यहां मीटर नहीं लगे होंगे। उन्हें प्रति किलोवाट 500 रुपये फिक्स बिजली बिल देना होगा। सभी कनेक्शन न्यूनतम दो किलोवाट है। लिहाजा ग्रामीणों को एक हजार रुपये हर महीने बिजली बिल का भुगतान करना पड़ेगा। मतलब साफ है कि अभियंताओं की लापरवाही के कारण एक साल में ग्रामीणों को 200 करोड़ रुपये की चपत लगेगी।
दरअसल, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम गोरखपुर जोन में 16 लाख बिजली उपभोक्ता है। इनमें करीब 4.80 लाख उपभोक्ताओं के कनेक्शन पर अब तक बिजली मीटर नहीं लगा है। ऐसे में इन कनेक्शनों पर इस माह तक प्रति कलोवाट 425 रुपये फिक्स बिजली बिल बनता था। यह वृद्वि भी दो साल पहले लागू हुई। ऐसे में ये उपभोक्ता हर महीने करीब 850 रुपये बिजली बिल का भुगतान करते रहे।
विद्युत नियामक आयोग ने अप्रैल-17 में इस शर्त के साथ ही कारपोरेशन को अनमीटर्ड कनेक्शनों के फिक्स बिल में बढ़ोत्तरी की अनुमति दी कि इस अवधि में सभी अनमीटर्ड कनेक्शन पर मीटर लगा दिए जाएंगे। इन उपभोक्ताओं ने कनेक्शन पर मीटर लगाने की कई बार मांग भी की। बीते दिनों चौरीचौरा क्षेत्र के एक गांव के उपभोक्ताओं ने उपकेन्द्र पर प्रदर्शन कर मीटर से बिजली आपूर्ति देने की मांग की। अभियंताओं ने शीघ्र ही मीटर लगवाने का आश्वासन देकर उनका आन्दोलन खत्म कराया लेकिन अब तक मीटर नहीं लगा।
अभियंताओं की लापरवाही से नहीं लग सके मीटर
जोन के विद्युत वितरण मण्डलों के अभियंता तय लक्ष्य के मुताबिक इन बिना मीटर के कनेक्शनों पर मीटर नहीं लगवा सके। इसी बीच पावर कारपोरेशन ने बिजली दर वृद्वि का नया टैरिफ 12 अक्टूबर से लागू कर दिया है। नए टैरिफ के मुताबिक जोन के ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को हर महीने 500 रुपये प्रति किलोवाट फिक्स बिजली बिल देना पड़ेगा। इन ग्रामीण उपभोक्ताओं का तर्क है कि वे बिजली का इस्तेमाल सिर्फ घर में रोशनी के लिए करते है। ऐसे में यदि बिजली का इस्तेमाल मीटर से करते तो बिजली बिल बमुश्किल 600 से 700 रुपये आता।
जोन के वितरण मण्डलों में अनमीटर्ड कनेक्शन
वितरण मण्डल अनमिटर्ड कनेक्शन
ग्रामीण मण्डल प्रथम 70.94 हजार
ग्रामीण मण्डल द्वितीय 96.17 हजार
कुशीनगर मण्डल 87.17 हजार
महराजगंज मण्डल 92.86 हजार
देवरिया मण्डल 1.33 लाख
अनमीटर्ड कनेक्शनों पर मीटर लगाने की कोशिश चल रही है। जिन उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं लगा है। वे अपने एसई से मिलकर मीटर लगवा लें, या ट्रोल फ्री नम्बर-9450963851 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराएं। पावर कारपोरेशन ने नया टैरिफ लागू कर दिया है। ऐसे में अनमीटर्ड उपभोक्ताओं से फिक्स बिल की वसूली होगी।
ई. देवेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता