शर्माइये नहीं ‘गुलाबी दीदी’ उठाएंगी ऐसा-वैसा कूड़ा
गोरखपुर नगर निगम समेत जिले की आठ नगर पंचायतों में अब नष्ट न होने वाला घेरलू कूड़ा भी एकत्र होगा। ‘गुलाबी दीदी’ यानी ‘पिंक वुमेन’ घर-घर जाकर यह कूड़ा एकत्र करेंगी। शनिवार को...
गोरखपुर नगर निगम समेत जिले की आठ नगर पंचायतों में अब नष्ट न होने वाला घेरलू कूड़ा भी एकत्र होगा। ‘गुलाबी दीदी’ यानी ‘पिंक वुमेन’ घर-घर जाकर यह कूड़ा एकत्र करेंगी। शनिवार को डीएम के विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता, नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह और एडीएम (एफआर) राजेश सिंह ने इस योजना का नगर निगम के मुख्यद्वार पर उद्घाटन किया। नगर निगम और पंचायतों में कूड़े का पहले से ही उठान किया जा रहा है।
कचरा प्रबंधन नियम-2016 में ठोस कचरे को स्थानीय स्तर पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इसके लिए नष्ट होने योग्य, न नष्ट होने योग्य और घरेलू खतरनाक कूड़ा तीन श्रेणी बनाई गई हैं। घरेलू खतरनाक कचरे की श्रेणी में बच्चों के डाइपर, घरेलू इस्तेमाल की चिकित्सकीय सामग्री, सेनेटरी नैपकीन आदि उत्पाद आते हैं। असल में महिलाएं डायपर, सेनेटरी नैपकीन आदि सफाईकर्मी को देने में संकोच करती हैं। ऐसे में इसे यहां-वहां फेंक देती हैं।
ऐसे काम करेंगी गुलाबी दीदी
नगर निगम और नगर पंचायत में कार्यरत महिला कर्मचारी को गुलाबी दीदी के रूप में प्रशिक्षण देकर भेजा जाएगा। इसके लिए उन्हें गुलाबी रंग की जैकेट, मास्क, ग्लब्स और हेलमेट उपलब्ध कराया जाएगा। इनकी जैकेट पर गुलाबी दीदी लिखा होगा। ये घर-घर महिलाओं से बातचीत कर सेनेटरी नैपकीन, बच्चों के डायपर, चिकित्सकीय सामग्री समेत अन्य उत्पाद आदि एकत्र करेंगी। उन्हें जागरूक करेंगी वे इसे यहां-वहां न फेंके।
इन नगर पंचायतों में लागू हुई व्यवस्था
गोरखपुर नगर निगम समेत जिले की आठ नगर पंचायतों-नगर पंचायत सहजनवा, बड़हलगंज, पिपराइच, पीपीगंज, बांसगांव, गोला बाजार, मुण्डेरवा बाजार, उनवल कस्बा संग्रामपुर में लागू की गई। इन सभी ग्राम पंचायतों से काफी संख्या में महिला सफाईकर्मी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।