जलभराव के चलते फीकी होगी इन मोहल्लों की दीपावली
दीपावली त्योहार पर जहां पूरा शहर प्रकाश की दूधिया रोशनी में डूबा होगा, ऐसे में महानगर के कुछ मोहल्लों में यह दीपावली की खुशियां फीकी नजर...
दीपावली त्योहार पर जहां पूरा शहर प्रकाश की दूधिया रोशनी में डूबा होगा, ऐसे में महानगर के कुछ मोहल्लों में यह दीपावली की खुशियां फीकी नजर आएंगी।
महानगर के झारखंडी महादेव से सटे गिरधरगंज मोहल्ला, जटेपुर उत्तरी व नौसढ़ बरगदवा क्षेत्र से सटा राजेन्द्रनगर पश्चिमी वार्ड में शारदापुरी कॉलोनी मोहल्ले के लोग अपनी दीपावाली धूमधाम से नहीं मना पाएंगे। आज भी इन मोहल्लों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है जिसके चलते मोहल्ले के लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। आलम यह है कि उन्हें हर छोटी-छोटी जरूरतों के लिए मजबूरन घर के सामने लगे हुए गंदे नाली के पानी से होकर गुजरना पड़ता है। गिरधरगंज की सावित्री देवी ने बताया कि घर के सामने दीया जलाने तक की जगह नहीं बची है।
बच्चे मोहल्ले में निकल कर पटाखे व फुलझड़ी नहीं जला सकते हैं। सीमा देवी ने बताया कि दीपावली पर लोग एक-दूसरे के घर अपनी खुशियां बांटने नहीं जा सकते। इस दिवाली पर एक दूसरे के घर जाकर गले मिलना भी मुश्किल लग रहा है। वंदना सिंह ने बताया कि मोहल्ले में विगत पांच माह से जलभराव की स्थिति बनी हुई थी। सड़क पर कूड़ा-कचरा गिरा देने से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। जटेपुर उत्तरी के मनोज ने बताया कि जलभराव के चलते लोग घरों से बाहर निकलने से कतराते हैं। शिकायत के बाद भी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं होती है। सभी मोहल्ले के लोगों ने नगर निगम से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई।
बावजूद इसके अभी तक इनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। स्कूल जाने वाले बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग पानी भरे रास्ते में चलने को मजबूर हैं। मोहल्ले की अधिकांश स्ट्रीट लाइटें भी खराब हैं। मच्छरों के काटने से मोहल्लेवासी बीमार हो रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक नगर निगम मूकदर्शक बना हुआ है। इन मोहल्लों में रहने वाले करीब ढाई सौ परिवार दीपावली त्योहार मनाने के लिए नगर निगम का दरवाजा खटखटा रहे हैं।