डीडीयू में छात्रसंघ चुनाव की मांग तेज, कुलपति को क्रीड़ा परिषद में बंद कर दिया छात्रनेताओं ने
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रनेताओं ने छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर कुलपति को क्रीड़ा परिषद में एक घंटे तक बन्द कर रखा। बाहर जमकर नारेबाजी की। मुख्य नियंता और पुलिस ने समझाने पर...
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रनेताओं ने छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर कुलपति को क्रीड़ा परिषद में एक घंटे तक बन्द कर रखा। बाहर जमकर नारेबाजी की। मुख्य नियंता और पुलिस ने समझाने पर गेट का ताला खुला मगर तब छात्रनेताओं द्वारा शटर बंद करने को कुलपति ने अनुशासनहीनता मानते हुए यहां वार्ता से इनकार कर दिया और प्रशासनिक भवन स्थित अपने कार्यालय बुलाया। छात्रनेता यहां पहुंचे मगर पर्याप्त फोर्स देखकर एक-एक कर चुपचाप निकल लिए। कुलपति से वार्ता करने कोई नहीं पहुंचा।
बुधवार को प्रति कुलपति ने छात्रनेताओं से कहा था कि वह गुरुवार को कुलपति से मिलकर अपनी बात रखें। गुरुवार को विश्वविद्यालय में क्रीड़ा समारोह को उद्घाटन करने के बाद कुलपति प्रो. वीके सिंह क्रीड़ा परिषद में पहुंच गए। वहां बैठकर वह क्रीड़ा परिषद के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे, तभी छात्रनेताओं का हुजूम बाहर जुट गया और इन लोगों ने बाहर का शटर बंद कर नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रसंघ चुनाव कराने की जिद पर अड़े छात्रनेताओं को मुख्य नियंता ने समझा कर शटर खोलवाने का प्रयास किया मगर असफल रहे। मुख्य नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद की सूचना पर पहुंचे सीओ व इंसपेक्टर कैंट ने समझा बुझा कर कुलपति से वार्ता कराने का आश्वासन देकर शटर खुलवाया। कुलपति बाहर निलले और कहा कि वह यहां कोई वार्ता नहीं करेंगे, कार्यालय में ही वार्ता होगी।
कुलपति के पीछे छात्रनेता भी नारेबाजी करते करते हुए प्रशासनिक भवन पहुंचे। यहां पर्याप्त फोर्स तैनात थी। पहले मुख्य नियंता ने चार छात्रनेताओं को कुलपति कार्यालय जाने की बात कही। इस बीच पुलिस की घेराबंदी देख छात्रनेता कार्यालय जाने की बजाय एक-एक बार प्रशासनिक भवन से बाहर निकल गए।
छात्रनेताओं कहा कि अगर विवि में छात्रसंघ चुनाव नहीं होगा तो विवि में शिक्षक संघ व कर्मचारी संघ चुनाव नहीं होने दिया जायेगा। चुनाव आने पर इसका विरोध किया जायेगा। विवि में कोई भी सरकारी कार्यक्रम होता है तो छात्रनेता इसका विरोध करेंगे। विरोध प्रदर्शन में छात्रनेता पवन कुमार, अमर कुमार, शिवशंकर गौड़, राजीव यादव, सूरज यादव, प्रणव द्विवेदी, आलोक सिंह, मनीष ओझा, आर्या यादव, अमित सिघानिया, सत्य विजय यादव, गौरव वर्मा, निखिल यादव, अभिषेक निषाद, राजन यादव, प्रमोद यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।