एक दूसरे के बदमाशों का एलबम रखेगी चार जिलों की क्राइम ब्रांच
गोरखपुर परिक्षेत्र के चार जिलों की पुलिस के पास अब एक दूसरे के लुटेरों और चेन स्नेचरों सहित अन्य बदमाशों की सूची होगी। अपने यहां हुए लूट और स्नेचिंग सहित अन्य वारदातों पर उस सूची से उनकी मिलान...
गोरखपुर परिक्षेत्र के चार जिलों की पुलिस के पास अब एक दूसरे के लुटेरों और चेन स्नेचरों सहित अन्य बदमाशों की सूची होगी। अपने यहां हुए लूट और स्नेचिंग सहित अन्य वारदातों पर उस सूची से उनकी मिलान कराएंगे। डीआईजी के निर्देश पर यह सूची तैयार कराई जा रही है।
डीआईजी नीलाब्जा चौधरी ने निर्देश दिया है कि बदमाशों की फोटो युक्त एलबम बनाई जाए और इसकी चार कापी तैयार कर चोरों जिलों में आपस में बांट कर बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उनके निर्देश के बाद सभी थानेदार अपने यहां के बदमाशों की सूची को एक दूसरे को शेयर करने में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि इस तैयारी से बदमाशों को पकड़ने के साथ उनकी पहचान में भी पुलिस को मदद मिलेगी।
ऐसी बनानी है सूची
डीआईजी ने कहा कि लूट, चेन स्नेचिंग, बाइक चोरी, सहित अन्य अपराधों में जो बदमाश पकड़े जाते हैं उनकी एक तस्वीर और नाम पते के साथ एक एलबम तैयार किया जाए। उसकी चार कापी बनाई जाए। उदाहरण के तौर पर गोरखपुर में अगर बदमाश पकड़े जा रहे हैं तो गोरखपुर पुलिस अपने पास एलबम तो रखे ही साथ में कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज पुलिस को भी एक एलबम भेज दे। उसी तरह वहां की पुलिस भी एक-एक एलबम अपने यहां के बदमाशों की भेजें। यह एलबम जिले के क्राइम ब्रांच के पास रखी जाएगी।
इस तरह से मिलेगा लाभ
लूट या चेन स्नेचिंग की वारदात होने पर वादी के पास क्राइम ब्रांच की टीम एलबम के साथ जाएगी। उन्हें पहले अपने जिले के बदमाशों की एलबम दिखाएगी। बाद में एक-एक कर चारों जिलों के बदमाशों की एलबम दिखाएगी। अगर कोई नया गैंग नहीं होगा तो तुरंत बदमाश पहचान लिया जाएगा और उसे समय रहते पकड़कर लूटे गए सामान को भी पुलिस बरामद कर लेगी।