कोरोना का खौफ, स्वास्थ्य बीमा में 300% उछाल
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर ने लोगों को...
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर ने लोगों को ज्यादा डराया। यही वजह है कि इस बार अप्रैल-मई में पिछले साल के मुकाबले स्वास्थ्य बीमा में 300 प्रतिशत का उछाल आया। सरकारी अस्पतालों के फुल होने और प्राइवेट में महंगे इलाज के चलते लोगों ने करीब सवा छह करोड़ रुपये प्रीमियम भरा।
दूसरी लहर ने गरीब-अमीर सबको अपना शिकार बनाया लेकिन जिनकी जेबें खाली थीं उन्हें इलाज कराने में काफी मुश्किलें पेश आईं। सरकारी अस्पताल फुल होने के बाद गरीब व मध्य वर्गीय लोगों को भी निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ा। वहां के महंगे इलाज ने उन्हें कर्जदार बना दिया। इस त्रासदी ने लोगों को ऐसा झेलाया कि उन्हें देखकर तमाम लोगों ने धड़ाधड़ हेल्थ बीमा कराना शुरू कर दिया। अप्रैल से मई के बीच गोरखपुर में 3200 लोगों ने हेल्थ बीमा कराकर करीब पांच करोड़ रुपये प्रीमियम का भुगतान किया है। इतना ही नहीं करीब 800 ने अपनी हेल्थ पालिसी का रिनुअल कराकर 1.20 करोड़ का निवेश किया है।
कैशलेस कार्ड काम नहीं आए
दूसरी लहर में सबसे दु:खद पहलू यह रहा कि लोगों को जरूरत पड़ी तो बीमा के कैशलेस कार्ड काम नहीं आए। बीमा कंपनियों के केशलेस पैनल में शामिल अस्पतालों ने कार्ड पर इलाज से इनकार कर नगद भुगतान की मांग की। नतीजतम, बीमा कार्ड होते हुए भी तमाम लोगों ने कर्ज लेकर अस्पतालों के बिल चुकाए और अब रिम्बर्समेंट के लिए बीमा कंपनियों से सम्पर्क कर रहे हैं।
रीम्बर्समेंट क्लेम का भुगतान
स्टार हेल्थ इंश्योरेस के ब्रांच मैनेजर सीपी सिंह कहते हैं कि कोरोना काल में हालांकि कैशलेस पैनल में शामिल कुछ अस्पतालों ने पालिसीधारकों को कैशलेस इलाज नहीं दिए। अब कंपनिया रीम्बर्समेंट क्लेम का भुगतान कर रही है। कोरोना काल में हेल्थ बीमा की तरफ लोगों का रुझान बढ़ा है। क्योंकि दो महीने में ही कंपनी से 1200 लोगों ने पालिसी खरीद कर करीब 1.70 करोड़ रुपये निवेश किए है।
बीमा ने इलाज में दिया सहारा
एचडीएफसी अर्गो के ब्रांच मैनेजर शैलेन्द्र त्रिपाठी कहते है कि कोरोना संक्रमण काल में हेल्थ बीमा पालिसी से लोगों को आर्थिक सम्बल मिला। कंपनी दावे के मुताबिक अबतक 2.89 करोड़ के रीम्बर्समेंट क्लेम का भुगतान कर चुकी है। अप्रैल व मई में 556 लोगों ने हमारी कंपनी से बीमा कवर लेकर करीब 73.58 लाख का निवेश किया है। वही बिरला हेल्थ इंश्योरेस के ब्रांच मैनेजर अमरेश पाण्डेय कहते हैं कि दूसरी लहर में लोग पहले की अपेक्षा अधिक जागरुक हुए हैं। लॉकडाउन व आर्थिक दिक्कतों के बाद भी 510 लोगों ने हेल्थ बीमा की पालिसी लेकर करीब 93.20 लाख का निवेश किया है।
आधा दर्जन से अधिक कंपनियां फील्ड में
हेल्थ बीमा सेक्टर में आधा दर्जन कंपनियां हैं। कोरोना काल में जब तमाम कंपनियों का कारोबार ठप पड़ा था तब इन कंपनियों ने न सिर्फ पुराने बीमा का नवीनीकरण किया बल्कि नई पालिसियां बेचकर भी करोड़ों की कमाई की। एक आंकड़े के अनुसार गोरखपुर में आठ सौ लोगों ने 1.20 करोड़ रुपए का भुगतान कर अपनी पालिसियों का नवीनीकरण कराया। इस दौर में मौके का फायदा उठाते हुए हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने कुछ पालिसी के प्रीमियम 20 फीसदी तक बढ़ा भी दिए।
इन कंपनियों ने कारोबार किया
कंपनी पालिसी की सख्या निवेश राशि
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस 1100 1.90 करोड़
विरला हेल्थ इंश्योरेंस 510 93.20 लाख
एचडीएफसी अर्गो 556 73.58 लाख
एलआईसी हेल्थ इंश्योरेंस 250 32.10 लाख
अन्य कंपनियां 784 1.18 करोड़