सुविधा: महराजगंज में तो गर्मी में ट्रांसफार्मर जलते ही बदल जाएगा
बसंत ऋतु के बाद गर्मी असर दिखाएगी। जेठ की दुपहरी तपेगी और माथे से पसीना भी टपकेगा। ऐसे में घर पहुंचने पर बिजली ही कुछ राहत दिलाएगी। लेकिन एक साथ उपभोग बढ़ने से ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर जलेंगे। ऐसे...
बसंत ऋतु के बाद गर्मी असर दिखाएगी। जेठ की दुपहरी तपेगी और माथे से पसीना भी टपकेगा। ऐसे में घर पहुंचने पर बिजली ही कुछ राहत दिलाएगी। लेकिन एक साथ उपभोग बढ़ने से ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर जलेंगे। ऐसे में परेशानी फिर बढ़ेगी। लेकिन विद्युत विभाग इस बार गर्मी में दिक्कत नहीं होने देगा। कम से कम जले ट्रांसफार्मर को बदलने में तो जरूर। कहीं भी ट्रांसफार्मर जलने की सूचना पर उसे तत्काल बदला जाएगा। इसके लिए बकायदा वर्कशाप में करीब 200 ट्रांसफार्मर सुरक्षित किए गए हैं।
30 लाख आबादी वाले जिले में करीब दो लाख बिजली उपभोक्ता हैं। उनका घर सात हजार ट्रांसफार्मरों से रोशन होता है। मांग से अधिक खपत होने से ओवरलोड चल रहे ट्रांसफार्मर विशेषकर गर्मी के दिनों में लगातार जलते हैं। पिछले वर्ष के रिकॉर्ड के अनुसार औसतन हर रोज एक से दो ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत सामने आती है।
‘‘जला ट्रांसफार्मर 24 घंटे के अंदर निशुल्क बदलने का निर्देश है। इसके लिए हमने वर्कशाप में ट्रांसफार्मर रिजर्व कर लिया है। गर्मी में उपभोक्ताओं को जले ट्रांसफार्मर से दिक्कत नहीं होगी।’’
मनोज कुमार गौड़, एक्सईएन वर्कशाप बैकुंठपुर
बैकुंठपुर वर्कशाप में ट्रांसफार्मर रिजर्व नहीं रहने से जले ट्रांसफार्मर 15 दिन तक नहीं बदले जाते थे। इससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में दिक्कत होती थी। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी के एमडी अतुल निगम ने करीब एक माह पहले बैकुंठपुर ट्रांसफार्मर वर्कशाप का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एक्सईएन को गर्मी शुरू होने के पहले अधिक से अधिक संख्या में ट्रांसफार्मर रिजर्व रखने का निर्देश दिया था। इसके बाद वर्कशाप के एक्सईएन, एसडीओ और जेई हरकत में आए। इस समय पूरी टीम ने 10 से लेकर 400 केवीए क्षमता के 200 ट्रांसफार्मर सुरक्षित कर लिया है। ऐसे में ट्रांसफार्मर जलने की सूचना पर वर्कशाप से ट्रांसफार्मर गांव भेजकर शिफ्ट करा दिया जाएगा।