ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरअजब-गजब: फरियादी चाहता इंटरलाकिंग, अफसर दे रहे मनरेगा का हिसाब

अजब-गजब: फरियादी चाहता इंटरलाकिंग, अफसर दे रहे मनरेगा का हिसाब

फरियादियों की फरियाद क्या है! अफसर यह जानने की कोशिश तक नहीं कर रहे हैं। न ही उनकी समस्याएं हल कराने की पहल कर रहे हैं। अलबत्ता मनमर्जी के हिसाब से रिपोर्ट लगा दे रहे हैं। वही रिपोर्ट अपने ऊपर के...

अजब-गजब: फरियादी चाहता इंटरलाकिंग, अफसर दे रहे मनरेगा का हिसाब
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 23 Sep 2018 06:35 PM
ऐप पर पढ़ें

फरियादियों की फरियाद क्या है! अफसर यह जानने की कोशिश तक नहीं कर रहे हैं। न ही उनकी समस्याएं हल कराने की पहल कर रहे हैं। अलबत्ता मनमर्जी के हिसाब से रिपोर्ट लगा दे रहे हैं। वही रिपोर्ट अपने ऊपर के अफसरों को थमा दे रहे हैं। जयपालपार निवासी कौशल कुमार ने गुहार लगाई कि उसके दरवाजे तक इंटरलाकिंग करा दी जाए। बीडीओ ने इस समस्या को सुलझाने बजाए उसे मनरेगा का हिसाब दे डाला। अपनी जांच आख्या जिलाधिकारी को भी सौंप दी।

खजनी क्षेत्र के जयपालपार निवासी कौशल कुमार ने 5 सितम्बर को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया। उसने कहा कि उसके गांव में इंटरलाकिंग शुरू कराई गई। इसके लिए पहले से बिछा खड़ंजा उखड़वा दिया गया। नालियां तोड़वा दी गईं। इंटरलाकिंग का काम आधे रास्ते में हुआ और वैसे ही छोड़ दिया गया है। इसकी वजह से आने-जाने में दिक्कत हो रही है। कौशल ने अधूरे काम को पूरा कराने की गुहार लगाई। कौशल ने प्रार्थना पत्र में यह भी कहा कि इस समस्या को उसने दो बार तहसील दिवस में रखा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जिलाधिकारी ने इस मामले को खंडा विकास अधिकारी को सौंप दिया। खंड विकास अधिकारीइस मामले में अपनी जांच आख्या जिलाधिकारी को सौप दी। उन्होंने रिपोर्ट में लिखा है कि शिकायतकर्ता की शिकायत भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता, विभागीय योजनाओं में लापरवाही से सम्बंधित है वह असत्य एवं निराधार है। उन्होंने लिखा है कि आवास, शौचालय, मनरेगा कार्यों एवं विभागीय योजनाओं में सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण कराए जा रहे हैं। इसमें किसी प्रकार का भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता, कार्योँ के प्रति लापरवाही नहीं की गई है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें