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गोरखपुर विकास प्राधिकरण में पास नहीं हो पा रहे कार्मशियल नक्‍शे, जानिए क्‍या है वजह  

एक तरफ कोरोना के चलते नये प्रोजेक्ट के लिए लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण की वेबसाइट की पेंच ने कामर्शिलय नक्शों पर ब्रेक लगा दिया है। हाई रिस्क से लेकर लो-रिस्क एरिया के...

गोरखपुर विकास प्राधिकरण में पास नहीं हो पा रहे कार्मशियल नक्‍शे, जानिए क्‍या है वजह  
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,गोरखपुर Sat, 08 Aug 2020 02:51 PM
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एक तरफ कोरोना के चलते नये प्रोजेक्ट के लिए लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण की वेबसाइट की पेंच ने कामर्शिलय नक्शों पर ब्रेक लगा दिया है। हाई रिस्क से लेकर लो-रिस्क एरिया के कामर्शियल नक्शे स्वीकृति को लेकर निवेश मित्र पोर्टल पर डायवर्ट हो जा रहे हैं। जहां पूछे जा रहे 27 सवालों में आवेदक से लेकर आर्किटेक्ट फंस जा रहे हैं। लोग कार्रवाई की जद में आने से बचने के लिए प्रोजेक्ट को ही ठंडे बस्ते में डाल दे रहे हैं। पिछले जनवरी माह से अभी तक दर्जन भर कामर्शियल नक्शे भी स्वीकृत नहीं हुए हैं।

शासन ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण के नक्शों को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। बीते जनवरी माह से हाई रिस्क एयिया के 300 वर्ग मीटर से अधिक के नक्शों के वेबसाइट पर आवेदन को लेकर तमाम दिक्कतें आ रही हैं। लो रिस्क एरिया यानी जिन भू-खंडों का ले-आऊट एप्रूव है वहां के नक्शे का आवेदन हो जा रहा है लेकिन हाई रिस्क एरिया के नक्शों को लेकर कई पेंच है। हाई रिस्क एरिया उन्हें कहते हैं, जहां का ले-आउट प्राधिकरण द्वारा एप्रूव नहीं है। ऐसे क्षेत्रों के कामर्शियल नक्शों के आवेदन निवेश मित्र पोर्टल पर डायवर्ट हो जा रहे हैं। जहां आवेदक से 27 सवाल पूछे जा रहे हैं। इनमें से कई सवालों के जवाब लोग मुश्किलों से बचने के लिए नहीं देना चाहते तो कुछ के उन्हें मालूम भी नहीं होते हैं। आर्किटेक्ट बताते हैं कि निवेश मित्र पोर्टल पर फर्म का नाम, फर्म का टर्नओवर, इनकम टैक्स आदि का ब्यौरा पूछा जा रहा है। इसके साथ ही फायर से लेकर अन्य विभागों की अनापत्ति भी पहले ही मांगी जा रही है। इसके साथ ही रोजगार, भविष्य को लेकर भी कई सवाल पूछे जा रहे हैं। उलझाने वाले सवालों को लेकर आवेदक से लेकर आर्किटेक्ट तक हाथ खड़े कर दे रहे हैं। स्थिति यह है कि जनवरी से लेकर अभी तक प्राधिकरण द्वारा दर्जन भर कामर्शियल नक्शे स्वीकृत नहीं हुए हैं। 

100 से अधिक कामर्शियल नक्शे फंसे
शहर के प्रमुख आर्किटेक्टों की माने तो करीब 100 छोटे-बड़े प्रोजेक्ट नक्शा मंजूरी नहीं होने से फंसे हुए हैं। एक आर्किटेक्ट का कहना है कि सुमेर सागर में बिल्डिंगों का हश्र देखकर कोई नियम की अनदेखी करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। करीब 100 से अधिक प्रोजेक्ट मंजूरी के पेंच में फंसे हुए हैं।

अब मानचित्र का आवेदन ऑनलाइन ही लिया जा रहा है। हाई-रिस्क एरिया वाले आवेदन बहुत कम हो रहे हैं। जब ऑनलाइन आवेदन आएंगे तभी तो उनकी स्वीकृति मिलेगी। लोगों को चाहिए ऑनलाइन आवेदन की औपचारिकता पूरी करें। आवेदन करें, मंजूरी की औपचारिकता तय समय में पूरी की जाएगी। 
हितेष, टाउन प्लॉनर, जीडीए

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