ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरसीएम योगी ने चार साल में पूरा कर दिया चिड़ियाघर का सपना

सीएम योगी ने चार साल में पूरा कर दिया चिड़ियाघर का सपना

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुरियों को चिड़ियाघर की सौगात देंगे।...

सीएम योगी ने चार साल में पूरा कर दिया चिड़ियाघर का सपना
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSat, 27 Mar 2021 03:51 AM
ऐप पर पढ़ें

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता

सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुरियों को चिड़ियाघर की सौगात देंगे। यह वही परियोजना है जिसका शिलान्यास 18 मई 2011 में हुआ और छह साल में करोड़ों की मिट्टी पट गई फिर भी स्वरूप नहीं मिला। योगी ने सीएम बनते ही अपनी प्राथमिकता में शामिल किया और चार साल में नतीजा लोकार्पण के रूप में सामने है।

शहीद अशफाकउल्ला खां प्राणी उद्यान योगी के मुख्यमंत्री बनने से पहले तक सिर्फ कागजों में था। काम के नाम पर मिट्टी भराई और एक के बाद सात प्रोजेक्ट मैनेजरों ने जिम्मेदारी छोड़ी। योगी सत्ता में आए तो प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह ने 11 जनवरी 2018 को जिम्मेदारी संभाली और पहले निदेशक डॉ एनके जानू बने। उसके बाद काम ने रफ्तार पकड़ी।

ले आउट अनुमोदन से वन्यजीवों की आमद तक

प्राणी उद्यान का शिलान्यास तत्कालीन बसपा सरकार में हुआ। इसके बाद आई सपा सरकार में भी यह उपेक्षित रहा। चुनाव करीब आया तो 114 करोड़ रुपये का अनुमोदन फरवरी 2016 में किया। उपेक्षा का आलम यह था कि तब तक ले आऊट प्लान भी मंजूर नहीं था। इसके बाद योगी सत्ता में आए तो सीजेडए से ले आउट अनुमोदित कराने, निर्माण कार्य शुरू कराने से लेकर पूर्ण करने और बाड़ों को वन्यजीवों से आबाद करने का दायित्य निभाया। योगी ने निरीक्षण कर नए सिरे से योजना बनाने के निर्देश दिए।

सीएम ने अगस्त 2018 में 182 करोड़ रुपये का अनुमोदन वित्त व्यय समिति से कराकर निर्माण कार्य शुरू कराया। जनवरी 2019 में व्यय वित्त समिति से अनुमोदन बढ़ा 259.15 करोड़ (जीएसटी समेत) किया। अक्तूबर 2017 में ले आऊट प्लान को मंजूरी मिल गई। प्राणी उद्यान में बब्बर शेर और गेंडा का बाड़ा, पीकॉक एवियरी, सरपेंटेरियम, बटरफ्लाई पार्क, 7 डी थिएटर, गोल्फ कार्ट आदि की परिकल्पना और उसे साकार रूप देने में सीएम योगी का ही विजन था। इंट्रेंस प्लाजा को गोरखनाथ मंदिर की थीम पर, साइनेज, कैफेटेरिया, कियॉस्क, फाउंटेन, हॉस्पिटल को महात्मा बुद्ध के थीम पर विकसित हुआ।

खुद के प्राकृतिक वेटलैंड वाला पहला चिड़ियाघर

यह प्राणी उद्यान रामगढ़ झील से सटा 34 एकड़ के विशाल वेटलैंड वाला प्राणी उद्यान है। सूबे का पहला इंडोर बटरफ्लाई एवं ब्रीडिंग पार्क, सरपेंटेरियम (सांप घर) और वाक थ्रू एवियरी है। सीएम के निर्देश पर 48 सीटर 7-डी थियेटर भी निर्मित है। यह देश का सरकारी क्षेत्र का पहला 7-डी थियेटर है। इस अत्याधुनिक थियेटर में शो के दौरान बारिश, बिजली, बुलबुले, धुआं और कोहरा आदि के साथ सुगंध का भी अहसास होगा। सवा दो करोड़ रुपये से निर्मित इस थियेटर में 13 तरह के इफेक्ट दिखाई देते हैं। सीएम योगी की पहल पर यह ओडीओपी प्रोडक्ट को भी शो केस करेगा। ताकि पर्यटकों को यहीं ओडीओपी उत्पाद देखने व खरीदने में सुविधा मिले। इससे पारम्परिक उत्पाद को मार्केटिंग और प्रचार का उचित मंच मिलेगा।

रिकार्ड 38 दिन में 31 प्रजातियों के 153 वन्यजीव आए

11 फरवरी से वन्यजीव को लाए जाने का सिलसिला शुरू हुआ। रिकार्ड 38 दिन में 31 प्रजातियों के 153 वन्यजीव लाए गए हैं। गुजरात के बब्बर शेर पटौदी और मरियम के अलावा बाघ, तेंदुआ, दरियाई घोड़ा, हिरण, बारासिंघा, चीतल, सियार, अजगर, रसल वाइपर, बोनट मकाक (बंदर की एक प्रजाति), सांभर, लोमड़ी (फाक्स), काकड़ (बार्किंग डियर), पाढ़ा (हॉग डियर), घड़ियाल, जंगली बिल्ली, कछुआ, साही, तोता, मोर समेत अन्य वन्यजीव यहां आए हैं। गेंडा और इजराइल से जेब्रा लाया जाना है। दो कैफेटेरिया के संचालन की प्रक्रिया भी चल रही है। पर्यटकों के लिए बस सफारी, बुजुर्गों के लिए बैटरी चालित गोल्फ कार्ट और जल्द ही पीपीपी मॉडल पर टॉय ट्रेन की सुविधा भी मिलेगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें