रेलवे ट्रैक के किनारे से निकाल रहे मिट्टी, हादसे का खतरा
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन अपनी ही सुरक्षा में सेंधमारी करने में लगा हुआ है। बभनान-परसा तिवारी रेलवे स्टेशन के बीच एक किलोमीटर लम्बे बाईपास के लिए रेलवे पटरी के किनारे से ही मिट्टी निकलवा रहा है।...
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन अपनी ही सुरक्षा में सेंधमारी करने में लगा हुआ है। बभनान-परसा तिवारी रेलवे स्टेशन के बीच एक किलोमीटर लम्बे बाईपास के लिए रेलवे पटरी के किनारे से ही मिट्टी निकलवा रहा है। बमुश्किल सात-आफ फुट की दूरी से जेसीबी से मिट्टी निकालने और गड्ढों में बारिश का पानी भरने के चलते वह खाई का रूप लेता जा रहा है।
बरसात के इस मौसम ट्रैक किनारे खाई और रेनकट के चलते पटरी के धंसने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इस रूट पर पांच दर्जन से अधिक फर्राटा भरने वाली सवारी एवं मालगाड़ी में से कोई भी ट्रेन कभी डिरेल (पटरी से पहिए का उतर जाना) हो सकती है। दो साल पूर्व वर्ष पहले टिनिच व गोविन्द नगर रेलवे स्टेशन के बीच कुआनो नदी पर बने गटरा पुल व बलुआ समय स्थान के पास रेल ट्रैक धंस गया था। काफी दिनों तक ट्रेनों को कॉसन पर चलाया गया था। इस बाबत पीडब्लूआई बस्ती एसके पाण्डेय ने बताया कि मिट्टी निकालने में ध्यान रखा जा रहा है कि रेल लाइन के किनारे गहराई अधिक न होने पाए।