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शहर ओडीएफ और 4000 लोगों को अभी चाहिए शौचालय

नगर निगम के 70 वार्ड भले ही साल भर पहले ओडीएफ घोषित हो गए हों लेकिन व्यक्तिगत शौचालय के आवेदनों की संख्या कम नहीं हो रही है। शहर में व्यक्तिगत शौचालय (10,942) का टॉरगेट पूरा हो चुका है। निगम के पास...

शहर ओडीएफ और 4000 लोगों को अभी चाहिए शौचालय
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 22 Nov 2019 02:34 AM
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नगर निगम के 70 वार्ड भले ही साल भर पहले ओडीएफ घोषित हो गए हों लेकिन व्यक्तिगत शौचालय के आवेदनों की संख्या कम नहीं हो रही है। शहर में व्यक्तिगत शौचालय (10,942) का टॉरगेट पूरा हो चुका है। निगम के पास अब कोई फंड भी नहीं है, पर व्यक्तिगत शौचालय की डिमांड करने वाले 4000 आवेदक रोज पूछताछ करने पहुंच रहे हैं।

जंगल मातादीन निवासी सावित्री बुधवार को नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में पहुंची थीं। कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि फिलहाल कोई फंड नहीं है। हाल फिलहाल उम्मीद भी नहीं है। वहीं शेखपुर निवासी मोइनुद्दीन पिछले दो महीने से सप्ताह भर के अंतराल पर पहुंच रहे हैं। नगर निगम के कर्मचारी स्वीकार कर रहे हैं कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले दर्जन भर से अधिक आवेदक रोज कार्यालय यह जानने के लिए पहुंच रहे हैं कि खाते में व्यक्तिगत शौचालय का आठ हजार रुपये कब पहुंचेगा। नगर निगम के 70 वार्डों को ओडीएफ करने के लिए नगर निगम ने सामूदायिक शौचालय बनवाया है। वहीं 20 मोबाइल टॉयलेट भी ऐसे स्थानों पर रखे गए हैं जहां सामूदायिक शौचालय की उपलब्धता नहीं हो सकी है।

साल पहले ही पूरा हो गया था टॉरगेट

नगर निगम ने सर्वे करने के बाद 10,942 ऐसे घर चिन्हित किया था जिनमें व्यक्तिगत शौचालय नहीं थे। शासन ने निगम द्वारा भेजी गई सूची के आधार पर रकम तो भेज दी लेकिन आवेदकों की संख्या 18 हजार के पार पहुंच गई। निगम की टीम ने सर्वे किया तो 8 हजार से अधिक ऐसे आवेदक मिले जो मानकों को पूरा नहीं करते थे। आवेदकों में पीएम आवास के लाभार्थी, तीन मंजिला मकान वाले और किरायेदारों ने भी आवेदन कर दिया था। सर्वे के बाद 8 हजार से अधिक आवेदन को निरस्त कर दिया गया।

4 हजार से अधिक लोगों को चाहिए टॉयलेट

ऑनलाइन पोर्टल पर अभी भी व्यक्तिगत शौचालय के लिए आवेदन हो रहे हैं। पोर्टल पर हर महीने 300 से 500 आवेदन हो रहे हैं। वर्तमान में व्यक्तिगत शौचालय के आवेदनों की संख्या 4000 से पार पहुंच चुकी है। सपा पार्षद अशोक यादव सवाल उठाते हैं कि शहर जब ओडीएफ प्लस की श्रेणी में आ चुका है तो आखिर ये आवेदन क्यो आ रहे हैं। पार्षद संजीव सिंह सोनू कहते हैं कि ठीक से सर्वे हो तो 15 हजार से अधिक ऐसे लोग मिलेंगे जिनके घर में शौचालय नहीं है। तमाम ऐसे भी लोग हैं जिन्हें शौचालय की पूरी किस्त नहीं मिली है।

-1000 सीट से अधिक सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो चुका है।

-428 सीट से अधिक पब्लिक टॉयलेट का निर्माण हुआ।

-20 मोबाइल टॉयलेट की खरीद की गई है।

-10,942 घरों में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण पूरा हुआ।

पूर्व के सर्वे के आधार पर व्यक्तिगत, सामुदायिक और पब्लिक टॉयलेट का निर्माण कराया गया है। तमाम ऐसे लोगों ने आवेदन किया है जो पीएम आवास के भी लाभार्थी हैं। पीएम आवास में 20 हजार रुपये शौचालय के मद का होता है। जिन्होंने आवेदन किया है, उनका सर्वे कराया जा रहा है। पात्र मिलने की स्थिति में प्रस्ताव भेजकर धन की मांग की जाएगी।

डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त

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