सिगरेट की लत खराब कर रही है फेफड़ा: डॉ. नदीम अरशद
सिगरेट का शौक युवाओं के फेफड़े को खराब कर रहा है। इसकी लत लोगों को जानलेवा सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव लंग डिजीज) का मरीज बना रही है। सीओपीडी के 90 प्रतिशत मामलों में बीमारी की वजह सिगरेट है। ये...
सिगरेट का शौक युवाओं के फेफड़े को खराब कर रहा है। इसकी लत लोगों को जानलेवा सीओपीडी (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव लंग डिजीज) का मरीज बना रही है। सीओपीडी के 90 प्रतिशत मामलों में बीमारी की वजह सिगरेट है। ये बातें विश्व चेस्ट फिजिशियन डॉ. नदीम अरशद ने कहीं।
उन्होंने बताया कि जानलेवा बीमारियों में सीओपीडी विश्व में तीसरे नंबर पर है। 10 प्रतिशत मामलों में सीओपीडी भूसा, लकड़ी, गोबर के धुएं से होता है। विश्व में करीब 20 करोड़ सीओपीडी के मरीज हैं। हर वर्ष 30 लाख से ज्यादा लोग की सीओपीडी के कारण मौत हो रही है। इनमें से हर छठा मरीज भारतीय है। सीओपीडी के शिकार 70 फीसदी लोग अपना दैनिक काम निपटाने में भी असमर्थ हैं।
20 प्रतिशत मामलों में सीओपीडी मरीज की मौत हार्ट अटैक से होती है। इसीलिए 2002 से पूरे विश्व में 21 नवंबर को सीओपीडी दिवस के रूप में मनाकर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता है। सही जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है और बीमारी होने पर समय पर इलाज से मरीज लाभ पा सकता है। स्पाइरोमेट्री टेस्ट से सीओपीडी की पहचान कुछ ही मिनटों में की जा सकती है।