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बच्चों ने बनाया चन्द्रयान व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आर्यनगर में शनिवार को एक दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह ने...

बच्चों ने बनाया चन्द्रयान व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 22 Sep 2019 01:50 AM
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सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आर्यनगर में शनिवार को एक दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह ने किया। प्रदर्शनी में छात्रों ने 90 मॉडल प्रस्तुत किए जिसमें जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण आदि के मॉडल में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग विशेष रूप से दिखा। इस अवसर पर जेडी योगेन्द्र नाथ सिंह ने कहा कि हर बच्चे के अंदर कुछ विशिष्ट करने की, कुछ अलग सोचने की क्षमता होती है। उस क्षमता को मूर्त रूप देने तथा उसे निखारने के लिए इन बच्चों को इस तरह के प्रायोगिक कार्यों को करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। इस तरह की तैयारी ऐसे प्रदर्शनी के माध्यम से संभव है। बच्चों के मन में जो मॉडल होता है उस मॉडल के बारे में चिंतन करते हैं उसका विश्लेषण करते हैं और उसका क्या परिणाम होगा, इन सभी के बारे में अध्ययन करते हैं। इस प्रकार से ऐसी प्रदर्शनी छात्र को वैज्ञानिक बनाने की प्रक्रिया में सहयोग करती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि छात्रों के अंदर असीम ऊर्जा होती है। ऊर्जा को सही दिशा में लगा कर छात्रों को सृजनशील बनाया जा सकता है। विज्ञान का विद्यार्थी जब तक प्रयोगधर्मी नहीं होगा तब तक विज्ञान का अध्ययन पूर्ण नहीं माना जा सकता। विज्ञान भारती के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. योगेंद्र पाल कोहली ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों की कल्पना को मूर्त रूप में देखा जा सकता है। संस्थान प्रमुख शिवजी सिंह ने उपस्थित अतिथियों का आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि देश के योग्य नागरिक निर्माण में इस तरह के कार्यक्रम आवश्यक होते हैं ।

प्रधानाचार्य विष्णु प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से छात्रों के सैद्धांतिक पक्ष को व्यवहारिक पक्ष में प्रस्तुत किया जाता है। छात्रों ने अब तक जितना सीखा है उसका वास्तविक प्रयोग कैसे करना है ? इसका प्रमाण प्रदर्शनी के माध्यम से अभिव्यक्त हो जाता है।

छात्रों के इन मॉडल को मिले पुरस्कार

निर्णायक मंडल ने प्रदर्शनी में सभी मॉडल्स को देखने के बाद 11 (इ) के छात्रों द्वारा बनाये गये मॉडल आईओटी होम को पहला पुरस्कार दिया। दूसरा पुरस्कार 10 (ए) के बनाये गये एंटी -कोलिजन डिवाइस मॉडल को मिला एवं तीसरा पुरस्कार 9 बी चन्द्रयान मॉडल को दिया गया। वहीं सात्वना पुरस्कार 11 बी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा 10 बी के ट्रैफिक कन्ट्रोल हाइड्रोलिक सिस्टम मॉडल को दिया गया।

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