गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
जिले में बच्चे और किशोरों को लेकर कोरोना वैक्सीनेशन की कोई योजना ही नहीं बन सकी है। ऐसे में वैक्सीनेशन की प्राथमिकता में यह हाशिए पर हैं।
जिले में अब तक 21 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमितों में बड़ी संख्या में युवा व बुजुर्ग हैं। संक्रमितों में करीब 15 फीसदी बच्चे और किशोर भी शामिल हैं। ज्यादातर इनमें एसिंप्टोमेटिक रहे। कुछ बच्चों व किशोरों को ही भर्ती करने की जरूरत पड़ी। जिले में करीब 48 लाख की आबादी में करीब एक तिहाई बच्चे व किशोर हैं।
जिले में अगले महीने से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होना है। इसको लेकर शासन की तरफ से लगातार गाइडलाइन आ रही है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीनेशन होना है। दूसरे चरण में बुजुर्गों, पुलिसकर्मियों, प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगेगा। बताया जा रहा है कि तीसरे चरण में महिलाओं और युवतियों को टीका लग सकता है। इसके अलावा नौकरीपेशा पुरुषों और 18 साल से अधिक उम्र के छात्रों को टीका लगाया जाएगा। कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों में बच्चे और किशोर छूट गए हैं। इन दोनों को लेकर कोई गाइडलाइन अब तक जारी नहीं हुई। अधिकारी भी इसको लेकर पशोपेश में हैं।
गर्भवती महिलाओं को नहीं लगेगी वैक्सीन
बताया जा रहा है कि यह वैक्सीन गर्भवती और मां बनने के इच्छुक महिलाओं को नहीं लगाई जाएगी। इसके लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी हो चुके हैं। विशेषज्ञों ने बतया कि यह वैक्सीन ऐसी महिलाओं को नहीं लगाई जाएगी जो कि बच्चे के गर्भधारण के विषय में सोच रही हों। वैक्सीन लगाने के बाद छह महीने तक गर्भधारण करने से परहेज करना होगा।
इसको लेकर अभी कोई गाइडलाइन नहीं आई है। कोई निर्देश भी नहीं मिला है। जब शासन से कोई दिशा-निर्देश मिलेगा तब कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. एनके पाण्डेय, एडिशनल सीएमओ