सीबीआई छापे को लेकर ‘अहाते पर टिकी रहीं निगाहें
बाहुबली पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के विधायक पुत्र विनय शंकर तिवारी की फर्म गंगोत्री इण्टरप्राइजेज पर सीबीआई की छापेमारी की खबर को लेकर गोरखपुर में सोमवार को पूरे दिन सरगर्मियां रहीं। सभी की निगाहें...
बाहुबली पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के विधायक पुत्र विनय शंकर तिवारी की फर्म गंगोत्री इण्टरप्राइजेज पर सीबीआई की छापेमारी की खबर को लेकर गोरखपुर में सोमवार को पूरे दिन सरगर्मियां रहीं। सभी की निगाहें तिवारी के ‘अहाते के अलावा उनके गांव के मकान, बस स्टेशन तथा इंदिरानगर स्थित गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ऑफिस पर टिकी रहीं पर हर जगह ही सन्नाटा दिखा। कहीं से भी गोरखपुर में छापे की पुष्टि नहीं हो पाई। विनय शंकर तिवारी भी गोरखपुर में नहीं मिले। पता चला कि वे छापे की सूचना मिलते ही लखनऊ के लिए रवाना हो गए थे।
सोमवार की दोपहर में यह सूचना तेजी से वायरल हुई कि विधायक विनय शंकर की फर्म पर बैंक के 1500 करोड़ रुपये के लोन के मामले को गोरखपुर, लखनऊ व नोयडा में सीबीआई छापेमारी कर रही है। सोशल मीडिया पर खबर वायरल होते ही समर्थकों, आम शहरियों व सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के बीच सरगर्मी बढ़ गई। पुलिस व प्रशासनिक मशीनरी भी अपने तईं मामला पता करने में जुट गई। गंगोत्री इंटरप्राइजेज के गोरखपुर में दो कार्यालय बताए गए। पहला बस स्टेशन स्थित पर्यटन ऑफिस के सामने और दूसरा इन्दिरा नगर में। वहीं धर्मशाला स्थित अहाते तथा चिल्लूपार स्थित गांव में भी छापे की रह-रह के खबरें आती रहीं। पर इन चारों जगहों पर सन्नाटा ही पसरा मिला। मीडिया भी इन चारों जगहों पर निगाहें टिकाए रही। हालांकि यहां किसी अधिकारी के पहुंचने की न तो कोई जानकारी हुई और न ही संबंधित लोगों ने पुष्टि ही की। पता चला कि विधायक गोरखपुर में थे मगर छापेमारी की खबर के बाद लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
विधायक विनय शंकर तिवारी बोले
सीबीआई की छापेमारी पूर्णतः राजनीति से प्रेरित है। सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाह रही है। फर्म पर बैंक की करीब 600 करोड़ की देनदारी है तो फर्म की सरकार पर सात-आठ सौ करोड़ की लेनदारी भी बाकी है। मामला बैंक से है। सरकार सीबीआई के माध्यम से उत्पीड़न कर रही है। सामान्य तौर पर देखा जाए तो विरोध की आवाज दबाने के लिए सीबीआई और ईडी की मदद ली जा रही है।
-विनय शंकर तिवारी, विधायक चिल्लूपार