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रंगदारी 10 लाख नहीं दी तो कर दी थी व्यापारी की हत्या

गोरखपुर के बेलघाट क्षेत्र के रामपुर गोसाई में दो बाइक 10 लाख रुपया रंगदारी नहीं देने पर व्यापारी दुर्गेश कसौधन को बदमाशों ने गोली मारी थी। घटना के एक दिन बाद लखनऊ में इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो...

रंगदारी 10 लाख नहीं दी तो कर दी थी व्यापारी की हत्या
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरThu, 07 Mar 2019 01:38 PM
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गोरखपुर के बेलघाट क्षेत्र के रामपुर गोसाई में दो बाइक 10 लाख रुपया रंगदारी नहीं देने पर व्यापारी दुर्गेश कसौधन को बदमाशों ने गोली मारी थी। घटना के एक दिन बाद लखनऊ में इलाज के दौरान व्यापारी की मौत हो गई थी। क्राइक ब्रांच और बेलघाट पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य बदमाश की तलाश की जा रही है।

एसपी क्राइम आलोक कुमार वर्मा और सीओ क्राइम प्रवीण कुमार सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइंस में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 20 फरवरी की रात बेलघाट क्षेत्र के रामपुर गोसाई में बाइक सवार बदमाशों ने दुकान बंद कर जा रहे व्यापारी दुर्गेश कसौधन को गोली मार दी। उन्हें इलाज के लिए लखनऊ पीजीआई ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।

इस घटना में हमलावरों की तलाश में जुटी पुलिस को बुधवार की सुबह सर्विलांस और मुखबिर से सटीक सूचना मिल गई। व्यापारी की हत्या में शामिल तीन बदमाश बाइक से बेलघाट के रतनी ढाला होते आजमगढ़ की तरफ जा रहे हैं।

सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने रतनी ढाला पहुंच कर घेराबंदी कर ली। कुछ ही देर में एक बाइक से तीन युवक आते दिखाई दिए। पुलिस को देखकर तीनों भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीनों को पकड़ लिया। पूछताछ में बदमाशों की पहचान बेलघाट क्षेत्र के ही बघाड़ गांव निवासी सूरज गौड़, एकौनाखुर्द गांव निवासी अमित यादव और खजनी क्षेत्र के संग्रामपुर उनवल निवासी अभिषेक साहनी के रूप में हुई। तलाशी में अमित यादव के पास से 32 बोर की पिस्टल और कारतूस बरामद हुई।

गुड्डू सिंह के नाम पर 9 जनवरी को मांगी थी रंगदारी

बदमाशों ने बताया कि दुर्गेश कसौधन के साथ उसका भांजा नागेन्द्र भी दुकान पर रहता था। नागेन्द्र के गांव बघाड़ का ही रहने वाले सूरज गौड़ ने बेलघाट के बहादुरपुर निवासी शैलेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्नु सिंह के साथ मिलकर रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी। वह 9 जनवरी को बाघागाड़ा के पास से नागेन्द्र के मोबाइल पर फोन कर 10 लाख रुपये रंगदारी मांगे। उनकी रंगदारी मांगने की बात को वह हल्के में लिए। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को भी नहीं दी। सूरज ने बताया कि वह उनके अंदर डर पैदा करने के लिए गोली चलाने की योजना बनाए। उनकी इस योजना में खोराबार क्षेत्र में जमीन का काम करने वाले अमित और अभिषेक भी जुड़ गए। वह 20 फरवरी की रात दो बाइक से शंकरपुर चौराहे पर पहुंचे। रात करीब 9 बजे दुकान बंद कर जाते समय रामपुर गोसाई के पास बाइक के पीछे बैठे युवक को गोली मार दी।

नागेन्द्र को समझ कर मारी थी गोली

पुलिस को बदमाशों ने बताया कि वह नागेन्द्र को समझ कर दुर्गेश को गोली मारे थे। नागेन्द्र के घर में शादी होने पर वह घटना वाले दिन गोरखपुर बाजार करने चला गया था। इसकी जानकारी उनको नहीं थी। वह रात में दुकान बंद कर जाते समय बाइक के पीछे बैठे व्यक्ति को नागेन्द्र समझ कर गोली मारी थी।

क्या थी घटना

सिकरीगंज क्षेत्र के माधोपुर निवासी देवीदहल कसौधन के पुत्र दुर्गेश, कई वर्ष से बेलघाट के बघाड़ गांव में बहन के घर रहते हैं। कुछ साल पहले शंकरपुर बाजार में उन्होंने परचून की दुकान खोली थी। कुछ दिन पहले ही दुर्गेश ने बेलघाट में एक बाइक कंपनी का शो रूम भी खोला था। भांजा नागेन्द्र उनका व्यापारी में हाथ बंटाते है। घटना वाले दिन रिश्ते में भांजा लगने वाले बघाड़ निवासी श्यामसुंदर के साथ रात में नौ बजे के आसपास दुकान बंद कर बाइक से घर जाने के लिए निकले। वे अभी रामपुर गोसाई गांव के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से एक ही बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने कमर में गोली मार दी। दूसरे दिन लखनऊ में इलाज के दौरान दुर्गेश की मौत हो गई।

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