ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरकुशीनगर में अतिथियों को उपहार में देंगे बुद्ध का महाप्रसाद

कुशीनगर में अतिथियों को उपहार में देंगे बुद्ध का महाप्रसाद

गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...

गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय
 आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
1/ 3गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय
 आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
2/ 3गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय
 आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
3/ 3गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात...
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 19 Oct 2021 03:41 AM
ऐप पर पढ़ें

गोरखपुर। राजीव दत्त पांडेय

आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होगा। इस अमृतमयी रात का सनातन धर्म के साथ ही बौद्ध अनुयायियों में भी खासा महत्व है। इसी पवित्र तिथि पर कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

20 अक्तूबर को पहली इंटरनेशनल फ्लाइट के रूप में श्रीलंका के मंत्री नामल राजपक्षे के विमान की लैंडिंग होगी। उनके साथ 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल व 100 बौद्ध भिक्षु भी रहेंगे। कई बौद्ध देशों के राजदूत भी एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। यह लॉचिंग समारोह ‘बुद्ध का महाप्रसाद के रूप में प्रतिष्ठित ओडीओपी उत्पाद ‘कालानमक चावल की ब्रांडिंग का भी बड़ा अवसर होगा। इस कार्यक्रम में शामिल सभी बौद्ध अतिथियों को ‘कालानमक चावल उपहार में दिया जाएगा।

इसकी पैकिंग पर महात्मा बुद्ध की उक्ति,‘इस चावल की विशिष्ट महक हमेशा लोगों को मेरी (महात्मा बुद्ध की) याद दिलाएगीभी अंकित की गई है। कालानमक चावल को लेकर सक्रिय संस्था पीआरडीएफ के वैज्ञानिक डॉ. राम चेत चौधरी कहते हैं कि इससे अकेले सिद्धार्थनगर ही नहीं बल्कि कालानमक धान के लिए भौगौलिक सम्पदा (जीआई) घोषित समान जलवायु वाले जनपदों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और श्रावस्ती के कालानमक की खेती करने वाले किसानों के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध कराने का मंच भी बनेगा।

सिद्धार्थनगर में बन रही 12 करोड़ से सीएफसी

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कालानमक धान को प्रदेश सरकार ने ओडीओपी में सिद्धार्थनगर का उत्पाद घोषित करने के साथ ही 12 करोड़ से कॉमन फैसिलिटी सेंटर का काम शुरू कराया। इसके बाद केंद्र सरकार ने सिद्धार्थनगर के साथ ही बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर का एक जिला एक उत्पाद घोषित किया। प्रदेश सरकार के प्रयास से यह चावल ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध है। फिलहाल यह चावल सिंगापुर और नेपाल निर्यात किया जा रहा है।

गौतम बुद्ध से ऐतिहासिक जुड़ाव

कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामचेत चौधरी के मुताबिक कालानमक धान सिद्धार्थनगर के बजहा गांव में गौतम बुद्ध के कालखण्ड में पैदा होता आ रहा। मान्यता है कि बुद्ध ने हिरण्यवती तट पर इसी चावल की खीर ग्रहण कर उपवास तोड़ा था। खीर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिया। भगवान बुद्ध ने किसानों को कालानमक धान का दाना किसानों को देकर इसकी खेती करने की सलाह दी। कालानमक चावल का जिक्र चीनी यात्री फाह्यान के यात्रा वृतांत में भी मिलता है। यह चावल सुगंध, स्वाद और सेहत से भरपूर है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें