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एक बार जमा किया बिल, 13 बार हो गया भुगतान

अब तक बिजली निगम अपने अधिकारियों व कर्मचारियों की वजह से गाहे-बगाहे नुकसान उठाता रहा है। इस बार ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम के सॉफ्टवेयर की वजह से चपत का मामला सामने आया है। बक्शीपुर वितरण क्षेत्र के तीन...

एक बार जमा किया बिल, 13 बार हो गया भुगतान
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 17 Jun 2020 01:31 AM
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अब तक बिजली निगम अपने अधिकारियों व कर्मचारियों की वजह से गाहे-बगाहे नुकसान उठाता रहा है। इस बार ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम के सॉफ्टवेयर की वजह से चपत का मामला सामने आया है। बक्शीपुर वितरण क्षेत्र के तीन उपभोक्ताओं ने 31 मार्च को बिजली 8100 रुपये बिजली बिल का भुगतान सीएससी के माध्यम से किया। ऑनलाइन बिलिंग सॉफ्टवेयर ने उनकी रकम को एक से अधिक बार क्रेडिट कर 83 हजार रुपये दर्ज कर दिया। इससे तीनों उपभोक्ताओं के बिल माइनस में चले गए।

दरअसल, बक्शीपुर क्षेत्र के महावीरपुरम कॉलोनी की दीपाली घोष ने लॉकडाउन के दौरान कनेक्शन नम्बर-6902212000 पर 31 मार्च को सीएससी के माध्यम से 3115 रुपये बिजली बिल जमा कराए। सीएससी संचालक ने ई-वॉलेट के माध्यम से बिल जमा कर उन्हें रसीद पकड़ा दी। ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम ने दीपाली घोष के एकाउंट आईडी पर यह राशि 13 बार क्रेडिट कर 45,695 रुपये जमा दिखाए। उनका बिल 37,266 रुपये माइनस हो गया। जून में काउंटर पर बिल जमा करने पहुंची दीपाली को काउंटर के कर्मचारी ने बताया कि आपका बिल माइनस में है। हो सकता है कि आपने एडवांस पैसा जमा किया हो। दीपाली ने एसडीओ और एक्सईएन से शिकायत दर्ज कराई। एक्सईएन और एसडीओ ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में जांच की लेकिन कुछ समझ में नहीं आया।

इनका बिल भी कई बार जमा हुआ

बक्शीपुर क्षेत्र की ही रागिनी श्रीवास्तव ने 30 मार्च को कनेक्शन नम्बर-4618312000 का बिजली बिल 1915 रुपये सीएससी के माध्यम से जमा किया। ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम ने बिल नौ बार क्रेडिट कर दिया और रागिनी के अकाउंट आईडी पर 17,235 रुपये जमा हो गए। रागिनी का बिल भी माइनस में हो गया। इसी प्रकार दीवान बाजार के गणेश प्रसाद ने भी 30 मार्च को 3117 रुपये सीएससी के माध्यम से जमा किए। संचालक ने उन्हें रसीद दी। लेकिन ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम ने उनके एकाउंट आईडी पर यह रकम सात बार क्रेडिट की। इससे उनके एकाउंट आईडी पर भी 21,829 रुपये जमा हो गए। गणेश का बिल भी माइनस में बन रहा है।

मामला शक्तिभवन पहुंचा

उपभोक्ताओं की शिकायत पर एक्सईएन, एसडीओ व एईआर ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम की जांच की। जब खामी नहीं पकड़ में आई तो मुख्य अभियंता कार्यालय के एईआईटी को अवगत कराया। वह भी इस खामी नहीं पकड़ नहीं सके तो एक्सईएन यदुनाथ राम ने पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी कार्यालय के मुख्य अभियंता वाणिज्य को पत्र लिखा। वहां से मामला शक्तिभवन को भेजा गया है। निगम की हाईपावर कमेटी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर इस तकनीकी खामी को पकड़ने की कोशिश में जुटे है। प्रदेशभर के अन्य वितरण खंडों में भी इस तरह के मामले खोजे जा रहे है। खास बात यह कि तीनों भुगतान एक ही सीएससी से किए गए हैं।

एक्सईएन ने साफ्टवेयर की तकनीकी खामी बताई

नगरीय वितरण खण्ड द्वितीय के एक्सईएन ई. यदुनाथ राम ने बताया कि ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामी के कारण ई-वॉलेट से आए भुगतान को एक से अधिक बार सिस्टम ने दर्ज कर लिया है। साफ्टवेयर का तकनीकी फाल्ट खोजने की कोशिश में निगम की हाई पावर कमेटी जुटी है। सूत्रों के मुताबिक अब तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी फाल्ट पकड़ नहीं पाए है। उधर सीएससी संचालक का कहना है कि हमारे ई-वालेट से एक ही बार पेमेंट हुआ है। खाते से पैसा भी एक ही बार कटा है।

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