दिक्कत: बैंक बंद, एटीएम ड्राई, नकदी के लिए भटकते रहे शहरवासी
गोरखपुर। कार्यालय संवाददाता माह का चौथा शनिवार होने के कारण शनिवार को बैंकों में ताला लगा रहा। बैंकों की लापरवाही से एटीएम ड्राई रहे। शहरवासी नकदी के लिए एटीए दर एटीएम भटकते रहे। थकहार कर लोगों ने...
गोरखपुर। कार्यालय संवाददाता
माह का चौथा शनिवार होने के कारण शनिवार को बैंकों में ताला लगा रहा। बैंकों की लापरवाही से एटीएम ड्राई रहे। शहरवासी नकदी के लिए एटीए दर एटीएम भटकते रहे। थकहार कर लोगों ने गाोलघर, सिनेमा रोड और बैंक रोड स्थित दुकानों पर सम्पर्क कर जरुरतभर का पैसा कार्ड स्वैप कराकर लिया। इसके बदले दुकानदारों ने डेढ़ फीसदी कमीशन भी लिया। बैंको की इस अव्यवस्था को लेकर शहरवासियों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि इतने बदतर हालाता तो नोटबंदी के समय भी नहीं थे।
लोगों ने दुकान पर कार्ड स्वैप करा कर डेढ़ फीसदी कमीशन पर पैसा लिया
तीन दिन की बंदी के मद्देजनर बैंको ने एटीएम में कैश लोड नहीं कराया
नकदी की जरुरत के लिए लोग एटीएम दर एटीएम भटकते रहे
गायत्री नगर के अभिमन्यू चौधरी ने बताया कि उन्हें दवा खरीदने के लिए एक हजार रुपये की जरुरत थी। इंजीनियरिंग विवि से लेकर गोलघर के सभी एटीएम पर गया। सभी ड्राई मिले। थकहार कर गोलघर के एक दुकानदार से सम्पर्क करके कार्ड स्वैप कराकर डेढ़ फीसदी कमीशन देकर एक हजार रुपया लिया। छुट्टी से एक दिन पहले एटीएम में कैश लोड कराने का नियम है। बैंक अपने इस नियम का भी पालन नहीं कर रहे है। अन्यथा लोगों को इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
वहीं बैंको का कहना है कि आरबीआई से करेंसी नही मिलने से एटीएम में कैश नही ंलोड हो पा रहा है। डिपाजिटरों के पैसे से बैंक के काउण्टर चलाए जा रहे है। तीन दिन के अवकाश के मद्देनजर एटीएम में कैश लोड होना चाहिए, लेकिन बैंकों में इतनी रकम भी होनी चाहिए।
सिंघड़िया के हरेन्द्र तिवारी ने कहा कि बैंकों अपने काउण्टर से भरपूर पैसा मुहैया करा रहे है। वे एटीएम में कैश जानबूझ कर लोड नहीं करा रहे है। इंजीनियरिंग कालेज से लेकर गोलघर तक 50 से अधिक एटीएम लगे है। सभी के सभी एटीएम ड्राई है। सभी बैंकों में करेंसी संकट है तो फिर वे काउण्टर पर कहां से कैश मुहैया करा रहे है। निजी बैंको के एटीएम से तो एक दिन के अंतराल पर कैश मिल भी जाता है। सरकारी बैंको के एटीएम तो महीने भर से ड्राई है। अभी दो दिन और बैंक बंद रहेगे। ऐसे में शहरवासियों को नकदी के संकट से जूझना पड़ेगा।
एसबीआई शाखाओं में स्थित एटीएम ही चल रहे
महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में एसबीआई के 94 एटीएम लगे है। बैंक द्वारा एक माह से सिर्फ शाखाओ में लगे एटीएम में कैश लोड किया जा रहा है। अन्य प्रमुख स्थानों पर लगे एटीएम का शटर हर दिन बंद रहता है। स्टेशन परिसर में दो एटीएम बूथ एसबीआई के है। दोनों एटीएम बूथ का शटर शनिवार को आधा खुला मिला। कमोबेस यही स्थिति मोहद्दीपुर क्षेत्र में लगे एटीएम बूथ पर दिखा। रेलवे कार्यालय स्थित एटीएम प्लाजा पर दोपहर बाद सन्नाटा पसरा रहा। किसी भी एटीएम में पैसा नहीं था। बैंक के एजीएम आरके चौधरी ने कहा कि करेंसी संकट की वजह से सभी एटीएम में कैश नहीं लोड हो पा रहा है। शाखाओं में लगे एटीएम में कैश लोड किया जा रहा है। एबीआई लीड बैंक के मैनेजर आरके सिंह ने बताया कि बैंको में बंदी की वजह से सरकारी बैंको के एटीएम में कैश नही लोड हो पाया। निजी बैंको के एटीएम ही चले है।
कैश खत्म होने पर ग्राहकों ने एटीएम का शीशा तोड़ा
कूड़ाघाट चौराहा स्थित एटीएम पर गा्रहकों ने अपना गुस्सा निकाला। दो दिन पहले एचडीएफसी बैंक के एटीएम में कैश खत्म होने पर लोगों ने एटीएम बूथ का शीशा तोड़ दिया। वहां मौजूद गार्ड ने किसी तरह उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया। मोहद्दीपुर में भी एक एटीम बूथ का शीशा लोगों ने तोड़ दिया है।