ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरक्लासमेट की पिटाई से बीफार्मा के छात्र ने छोड़ा कालेज

क्लासमेट की पिटाई से बीफार्मा के छात्र ने छोड़ा कालेज

क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक...

क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक...
1/ 2क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक...
क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक...
2/ 2क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक...
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 22 Jan 2020 02:19 AM
ऐप पर पढ़ें

क्लासमेट की पिटाई और जान से मारने की धमकी की बाद लखनऊ के गोयल इंस्टीट्यूट में बीफार्मा कर रहे छात्र ने पढ़ाई छोड़ दी है और घर लौट आया है। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। उसने यह कदम सेमेस्टर परीक्षा से ठीक पहले उठाया है। छात्र ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय में शिकायत की है। उसका आरोप है कि चिनहट पुलिस से मारपीट की शिकायत की गई थी, मगर वहां से कोई मदद नहीं मिली।

देवरिया कोतवाली क्षेत्र के न्यू कालोनी का रहने वाला अस्मित तिवारी लखनऊ स्थित एक कॉलेज से बीफार्मा कर रहा है। यह उसका तीसरा साल है। अस्मित ने अपने प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया कि कॉलेज के हास्टल में रहकर वह पढ़ाई करता था। उसके रूम पार्टनर ने उसे काफी प्रताड़ति किया और बात न मानने पर कई बार उसकी बेल्ट से पिटाई की। अस्मित ने पीठ पर उभरे पिटाई के निशान को भी दिखाया। उसने आरोप लगाया कि रूममेट कालेज में गांजा की तस्करी करता है और उससे भी गांजा बेचवाना चाहता है। कॉलेज प्रशासन को उसने इसकी जानकारी दी तो वहां से उसे कोई मदद नहीं मिली। उल्टे कालेज की तरफ से उसे निकालने की धमकी दी जाने लगी।

अस्मित ने बताया कि कॉलेज के प्राक्टर और आरोपी छात्र के मामा के बीच दोस्ती है, इसका लाभ आरोपी छात्र को मिलता है और वह अपनी मनमानी करता है। वहीं मेरे पिता विदेश में रहते हैं, मां घर पर अकेली रहती हैं। मैं मां-बाप का इकलौता बेटा हूं। लखनऊ मेरा जानने वाला कोई नहीं है, यह सब वह जानता है इसलिए और ज्यादा प्रताड़ति करता है। उसकी प्रताड़ना से परेशान होकर आठ दिसम्बर से उसने हॉस्टल छोड़कर तिवारीगंज में किराये पर कमरा लिया था। पर आरोपी छात्र वहां भी पीछा नहीं छोड़ रहा है।

नौ दिसम्बर को उसने चिनहट थाने में प्रार्थनापत्र भी दिया था। अगले दिन उसे थाने पर बुलाया गया था पर अगले दिन से उसकी परीक्षा शुरू हो रही थी। उधर, उसके क्लासमेट ने धमकी दी थी कि वह उसकी बात नहीं मानेगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इसकी जानकारी के बाद उसकी मां उसे घर लेकर आई और इलाज कराया। ठीक होने के बाद मंगलवार को अस्मित शिकायत लेकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचा था।

यह भी है शिकायत

13 नम्बर से आठ दिसम्बर तक चार बार बेल्ट पीट चुका है

हॉस्टल में कहीं भी नहीं लगा है सीसी कैमरा, कोई रिकार्ड नहीं

गर्दन पर चाकू रखकर छीनता है फोन, देता है दूसरों को धमकी

उनसे जबरदस्ती सुसाइड नोट लिखवाकर रखा है अपने पास

उसके मामा पूर्व ब्लाक प्रमुख, उनके नाम पर देता है धमकी

बोले प्रॉक्टर

यह दोनों ही छात्र छात्रावास में एक साथ रहते थे। इस सत्र में अक्तूबर माह में विवाद सामने आया। दोनों को समझाने की कोशिश की गई लेकिन, कोई हल नहीं निकला। नवम्बर में अस्मित बिना सूचना दिए गायब हो गया था। डेढ़ दिन की मशक्कत के बाद वह मिला। लोकल गार्जियन इसे साथ ले जाने को तैयार नहीं था। उसके बाद हम अस्मित को छात्रावास में ही ले गए। इसको देखते हुए अगले दिन 13-14 नवम्बर को अस्मित को उसके अभिभावक को सौंप दिया गया। उसके बाद से अस्मित ने उसके साथ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। यह सभी आरोप झूठे हैं। हमने बार-बार अभिभावक से निवेदन किया है कि वह बच्चे को परीक्षा दिलवाए। वह सुनने के लिए तैयार नहीं है। छात्र को कॉलेज से निकालने के आरोप भी गलत हैं।

- रविन्द्र पाण्डेय, प्रॉक्टर

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें