गर्मी में हिंसक हो रहे कुत्ते, 13 दिन में 3700 को लगा एआरवी
सूरज की तपिश आवारा कुत्तों के सिर पर चढ़ गई है। कुत्ते लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। जिसके कारण जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैकसीन(एआरवी) लगवाने वालों की भीड़ लगी हुई है। बीते 13 दिनों में करीब...
सूरज की तपिश आवारा कुत्तों के सिर पर चढ़ गई है। कुत्ते लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। जिसके कारण जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैकसीन(एआरवी) लगवाने वालों की भीड़ लगी हुई है। बीते 13 दिनों में करीब 3700 लोगों को अस्पताल में वैक्सीन लगाई गई है। यह सामान्य दिनों की तुलना में 50 फीसदी अधिक है। आलम यह है कि अस्पताल में सिर्फ एक हफ्ते के लिए एआरवी का स्टॉक बचा है।
जिला अस्पताल के एआरवी सेंटर में इन दिनों मरीजों की कतार सुबह सात बजे से ही लग जा रही है। दूर-दराज से कुत्तों के काटने के पीड़ित इलाज कराने पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल के एआरवी सेंटर में रोजाना 200 से 250 मरीज एआरवी लगवा रहे हैं। जबकि सामान्य दिनों में यह संख्या 150 के मरीब रहती है। आलम यह है कि अस्पताल में सिर्फ सात दिन का स्टॉक बचा है। उधर सप्लाई करने वाली फर्म ने मांग के मुताबिक आपूर्ति करने से इनकार कर दिया।
महज सात दिन का बचा है स्टॉक
सीएचसी-पीएचसी में एआरवी खत्म होने से मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। जिले की 23 सीएचसी और 18 पीएचसी एअरवी नदारद है। अधिकांश अस्पतालों में स्टॉक खत्म हो गया है। ऐसे में शहर के साथ ही गांव से बड़ी संख्या में मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। 15 दिन पूर्व अस्पताल को 640 वॉयल एआरवी मिली। एक वॉयल में 10 मरीजों को इंजेक्शन लग रहा है। इस समय 260 वॉयल ही बचा है।
डिहाइड्रेशन से खूंखार हो रहे कुत्ते
कुत्तों के आक्रामक होने के पीछे मौसम जिम्मेदार है। गर्मी बढ़ने से कुत्तों में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। डॉ. हरेन्द्र चौरसिया के मुताबिक शरीर में पानी की कमी से परेशान कुत्ते गर्मी के दिनों में ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता जा रहा, कुत्ते और हमलावर होते जा रहे। पालतू कुत्ते भी हमलावर हुए हैं।
कुत्ता काटे तो न घबराएं
कुत्ता अगर हमला कर दें तो कत्तई न घबराएं। कुत्ते के काटने के बाद घाव को साबुन से अच्छी तरह साफ करें। घाव पर कपड़ा या पट्टी न बांधें। झाड़-फूंक से उपचार न कराएं। 24 घंटे के अंदर डॉक्टर से सलाह लें।
गर्दन के उपर काटे तो इम्यूनोग्लोबीन लगवाए
एआरवी सेल प्रभारी डॉ. मनीला ने बताया कि आमतौर पर कुत्तों के काटने पर मरीजों को चार डोज लगाया जाता है। कुत्ता अगर गर्दन के उपर हमला करे तब ज्यादा खतरा होता है। ऐसे मरीजों को एआरवी की फुल डोज के साथ ही इम्यूनोग्लोबीन का इंजेक्शन भी लगाया जाता है।
इस समय बचाव का रखें विशेष ध्यान
- बच्चों और किशोरों को कुत्तों से दूर रखें
- घर में पालतू कुत्ता है तो इसे छेड़े नहीं गर्मी मौसम में जानवर ज्यादा चिड़चिड़े होते हैं
- कुत्ते काटने के बाद एंटी रेबीज वैक्सीन को समय पर लगवाएं
- चौबीस घंटे में पहला इंजेक्शन और फिर पूरा कोर्स होना जरूरी है
नई फर्म से खपत के मुताबिक एआरवी की सप्लाई नहीं हो रही है। इस संबंध में फर्म के अधिकारियों से बात की गई। जल्द ही पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
डॉ. राजकुमार गुप्ता, एसआईसी जिला अस्पताल