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सपा-बसपा गठबंधन पर अमर सिंह का कटाक्ष, हमीं से मोहब्बत हमीं से लड़ाई

राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने कहा है कि आम चुनाव के लिए सपा और बसपा का गठजोड़ दो कमजोर लोगों का गठनबंधन है। सुश्री मायावती की और चिरंजीवी अखिलेश की एकता अखिलेश के पिता और चाचा के अपमान पर टिकी है।...

सपा-बसपा गठबंधन पर अमर सिंह का कटाक्ष, हमीं से मोहब्बत हमीं से लड़ाई
मुख्‍य संंवाददाता ,गोरखपुर Sun, 06 May 2018 11:55 AM
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राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने कहा है कि आम चुनाव के लिए सपा और बसपा का गठजोड़ दो कमजोर लोगों का गठनबंधन है। सुश्री मायावती की और चिरंजीवी अखिलेश की एकता अखिलेश के पिता और चाचा के अपमान पर टिकी है। मायावती अखिलेश के पिता और चाचा शिवपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से 20 वर्षो से मुकदमा लड़ रही हैं। इस एकता की नींव कितनी मजबूत है...‘हमीं से मोहब्बत हमीं लड़ाई, अरे मार डाला दुहाई दुहाई...।

अमर सिंह शनिवार को खोराबार में सपा नेता दीपक मिश्र के घर वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के सत्ता हासिल करने के इस स्वार्थ भरे गठजोड़ के बारे में जनता को समझाने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है। योगी आदित्यनाथ को विफल करने में सबसे ज्यादा भूमिका अधिकारियों की है। नई बोतल में वही पुरानी शराब है। इनकी आदत खराब हो गई है। सत्ता का नशा इतना बुरा है कि छूटता नहीं है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की इच्छा काम करने की है लेकिन अधिकारी उन्हें अच्छा काम नहीं करने देंगे। जब तक राजनीतिक इच्छा शक्ति और प्रशासनिक दक्षता का समन्वय नहीं होगा, उत्तर प्रदेश का विकास नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर उप चुनाव नहीं हारना चाहिए था लेकिन इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार थे।

अकर्मण्य अधिकारियों से घिरे हैं योगी 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अमर सिंह ने तारीफ करते हुए कहा कि वह ईमानदार, मजबूत इच्छा शक्ति के व्यक्ति हैं लेकिन अकर्मण्य अधिकारियों से घिरे हुए हैं। समाजवादी पार्टी से लाभ लिए उच्च पदों पर पुलिस में बैठे अधिकारियों से घिरे हुए हैं। योगी आदित्यनाथ जब तक सफाई नहीं करेंगे उनकी सकंल्प शक्ति, राजनीतिक इच्छा शक्ति का रूपांतरण नहीं होगा। प्रदेश सरकार की नीतियां ठीक हैं। निवेशक सम्मेलन में अच्छा निवेश भी जुटाया लेकिन उसे जमीन पर उतारने में सबसे बड़ा रोड़ा यही अधिकारी बनेंगे। 

जिन्ना की तारीफ करने वाला सबसे बड़ा राष्ट्र विरोधी
अमर सिंह ने कहा कि जिन्ना की जो तारीफ करे उससे बड़ा राष्ट्र विरोधी कोई नहीं है। भारत का विभाजन महात्मा गांधी, सरदार पटेल, पंड़ित दीन दयाल उपाध्याय और डा. राममनोहर लोहिया कोई नहीं चाहता था। आधारहीन बटवारा जिन्ना के दबाव में किया गया। 

लालकिले के प्रकरण पर कहा कि इसमें गलत क्या
भारत सरकार द्वारा लालकिले का ठेका डालमिया ग्रुप को 25 करोड़ रुपये में 5 साल के लिए दिए जाने के निर्णय का अमर सिंह ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर लालकिला जीर्णशीर्ण हो रहा है, कोई कारपोरेट ग्रुप सीएसआर के तहत उसका रखरखाव का जिम्मा ले लेता है तो इसमें क्या गलत है? वाराणसी का घाट कोई कहता है कि कोई बना देता है तो क्या बुराई है? 

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