एम्स ने पोस्टमार्टम शुरू करने के लिए गृह मंत्रालय को लिखा पत्र
- फॉरेंसिक विभाग के जिम्मे होगा पोस्टमार्टम हाउस - मोर्चरी में रखे गए हैं 24
गोरखपुर। कार्यालय संवाददाता अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने पोस्टमार्टम हाउस को शुरू करने के लिए गृह मंत्रालय उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है। साथ ही एम्स प्रशासन ने प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय से संपर्क भी साधा है। उम्मीद है इसकी अनुमति अगले माह या फिर दिसंबर में मिल सकती है। अनुमति मिलने के बाद एम्स में दिसंबर में या फिर नए साल में पोस्टमार्टम हाउस शुरू हो सकता है।
हालांकि, इससे पहले एम्स पोस्टमार्टम हाउस को पूरी तरह से तैयार करने में जुट गया है। एम्स का पोस्टमार्टम हाउस पूर्वांचल का सबसे आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया है। इसके मोर्चरी में 24 रैक रखे गए हैं, जिसे बढ़ाकर 50 रैक करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा वातानुकूलित कोल्ड रूम में एक साथ 24 शव रखने की भी सुविधा है। पोस्टमार्टम हाउस को चलाने की जिम्मेदारी एम्स के फॉरेंसिक विभाग को दी गई है। एम्स के फोरेंसिक विभाग ने ही यह पत्राचार भी किया है। बताया जा रहा है कि फोरेंसिक विभाग पुलिस और न्यायपालिका के साथ मिलकर प्रशिक्षित भी करेगा। क्योंकि, पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अपना साक्ष्य न्यायालय में प्रस्तुत करती है। ऐसे में प्रशिक्षण देकर तकनीकी जानकारी देने से यह काम और आसान हो जाएगा।
इसके अलावा एम्स के एमबीबीएस और पीजी के छात्र शव विच्छेदन प्रक्रिया का अध्ययन भी कर सकेंगे। वहीं, दूसरी तरफ जहरखुरानी से लेकर अन्य मामलों में भी पुलिस की टीम फॉरेंसिक मेडिसिन में सलाह के लिए आ भी रही है। इसे देखते हुए यह पोस्टमार्टम हाउस बेहद कारगार साबित होगा। एम्स के मीडिया प्रभारी डॉ. अरुप मोहंती ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस को शुरू करने के लिए गृह मंत्रालय से पत्राचार किया गया है। अभी वहां से अनुमति नहीं मिली है। उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर या नए साल के मौके पर एम्स का पोस्टमार्टम हाउस शुरू हो सके।
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