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अपराधी की मुखबिरी के शक में दो सिपाहियों को हटाया

चार हत्याओं के बाद पुलिस को छका रहा राघवेन्द्र अभी तक पकड़ में नहीं आया है। वह गांव आ रहा है। रिश्तेदारी में जा रहा है, शादी अटेंड कर रहा है पर पुलिस के हाथ नहीं लग रहा है। शक है कि पुलिस उसकी...


अपराधी की मुखबिरी के शक में दो सिपाहियों को हटाया
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 20 Jul 2018 08:04 PM
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चार हत्याओं के बाद पुलिस को छका रहा राघवेन्द्र अभी तक पकड़ में नहीं आया है। वह गांव आ रहा है। रिश्तेदारी में जा रहा है, शादी अटेंड कर रहा है पर पुलिस के हाथ नहीं लग रहा है। शक है कि पुलिस उसकी मुखबिरी कर रही है तो वह पुलिस की भी मुखबिरी कर रहा है। इस शक में दो सिपाहियों को झंगहा थाने से हटा दिया गया है। उन सिपाहियों पर आरोप है कि वे अपराधी राघवेन्द्र के मुखबिर हैं। हालांकि पुलिस के पास इसके पक्के सबूत नहीं है पर इसकी जांच जरूर कराई जा रही है।

झंगहा थाने के सुगहा गांव का रहने वाला राघवेन्द्र यादव अपने ही गांव के चार लोगों की हत्या कर पुलिस के लिए चुनौती बना है। राघवेन्द्र ने यह हत्या एक ही परिवार के चार लोगों की दो बार में की है। पहले उसने चाचा-भतीजे को गोलियों से भूना और बाद में पिता-पुत्र को। राघवेन्द्र के पास एक लाइसेंसी बंदूक है। उसका लाइसेंस नागालैंड का है और पहली हत्या के बाद पुलिस को पता चला था कि वह लाइसेंसी बंदूक भी रखता है। दूसरी हत्या के बाद पुलिस को उसके पासपोर्ट की जानकारी हुई जबकि वह अपने पासपोर्ट पर एक बार विदेश भी जा चुका है। पुलिस ने उसके पासपोर्ट को रद करने के लिए पासपोर्ट अधिकारी को पत्र लिखा है।

पकड़े में आते-आते बचा था राघवेन्द्र

पिछले सप्ताह पुलिस को सूचना मिली थी कि राघवेन्द्र गांव आया है। पुलिस टीम ने घेराबंदी की लेकिन पुलिस की घेराबंदी की खबर उसे हो गई और वह दूसरे रास्ते से गांव से निकल गया। राघवेन्द्र को पकड़ने में नाकाम पुलिस ने अपनी फजीहत बचाने के लिए यह कहना शुरू किया कि वह गांव आया ही नहीं था पर अंदर-अंदर पुलिस उस मुखबिर की तलाश कर रही थी जिससे यह सूचना लीक हुई और राघवेन्द्र रास्ता बदलने में कामयाब रहा। बाद में इस मामले में दो सिपाहियों पर शक आया। उनके खिलाफ कोई पुष्ट आरोप नहीं था फिर भी शक के आधार पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर दोनों सिपाहियों को वहां से हटा दिया।

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