एपी तटबंध किनारे 6 टोलों पर बड़ी गंडक का कहर शुरू
कुशीनगर के तमकुहीराज क्षेत्र के एपी तटबंध किनारे बसे अहिरौलीदान व बाघाचौर गांवों के लगभग आधा दर्जन टोलों पर बड़ी गंडक नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गंडक के जलस्तर में अचानक वृद्धि होते ही नदी ने...
कुशीनगर के तमकुहीराज क्षेत्र के एपी तटबंध किनारे बसे अहिरौलीदान व बाघाचौर गांवों के लगभग आधा दर्जन टोलों पर बड़ी गंडक नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गंडक के जलस्तर में अचानक वृद्धि होते ही नदी ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। नदी के कहर से कटान प्रभावित टोलों के लगभग एक दर्जन ग्रामीणों का परिवार पलायन को मजबूर है। गंडक नदी के कटान की सूचना पर बाढ़ खंड के अधिकारियों व एसडीएम त्रिभुवन के साथ मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा ने कटान प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों से कटान रोकने का कारगर उपाय करने सहित ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
नेपाल की पहाड़ियों में भारी वर्षा होने से गंडक नदी उफान पर है। वाल्मीकि नगर बैराज से गंडक नदी में अधिक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी के जलस्तर में यकायक वृद्धि हो गई है। इससे नदी अहिरौलीदान के कचहरी टोला, डीह टोला, मदुरही, खैरखुटा व बाघाचौर के नोनियपट्टी में कटान तेज कर दी है। नदी के आबादी की तरफ रुख करने से ग्रामीणों के होश उड़ गए हैं। नदी लगातार कटान करते हुए रिहयाशी घरों को अपना निशाना बना रही है। शनिवार को नदी ने तेज कटान करना शुरू कर दिया था, जिससे कटान प्रभावित गांवों के लगभग एक दर्जन से अधिक परिवार अपना सामान समेटकर पलायन को मजबूर हो गए।
नदी के कटान की सूचना मिलते ही शनिवार की देर शाम तक तमकुहीराज एसडीएम त्रिभुवन बाढ़ खंड के अधिकारियों के साथ कटान प्रभावित गांवों का जायजा लेते रहे। रविवार को कटान की सूचना पाकर बाढ़ खंड के अधिकारियों, एसडीएम त्रिभुवन व एसओ तरयासुजान विनय पाठक के साथ मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक जगदीश मिश्रा उर्फ बाल्टी बाबा ने नदी के कटान का जायजा लिया। उन्होंने नदी के रौद्र रूप से भयभीत ग्रामीणों को सुरक्षत करने के साथ ही बंधे की सुरक्षा के लिए स्थायी समाधान कराने व कटान से होने वाले नुकसान की भरपाई शासन-प्रशासन स्तर पर कराने का भरोसा दिलाया।