80 Trees Saved from Cutting in Gorakhpur A Step Towards Environmental Conservation थोड़ी सी समझदारी ने बचा लिए दो दशक से अधिक पुराने वृक्ष, Gorakhpur Hindi News - Hindustan
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थोड़ी सी समझदारी ने बचा लिए दो दशक से अधिक पुराने वृक्ष

Gorakhpur News - गोरखपुर के चरगांवा ब्लॉक में 80 पुराने वृक्षों को कटने से बचा लिया गया। मुख्य अभियंता संजय चौहान के प्रयासों से सड़क निर्माण के दौरान वृक्षों को सुरक्षित रखने में सफलता मिली। इस पहल ने स्थानीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरFri, 21 March 2025 09:42 AM
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थोड़ी सी समझदारी ने बचा लिए दो दशक से अधिक पुराने वृक्ष

गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मिसाल पेश करते हुए चरगांवा ब्लॉक में गारबेज ट्रांसफर स्टेशन मार्ग पर 80 पुराने वृक्षों को कटने से बचा लिया गया। इन वृक्षों को काटने की अनुमति वन विभाग से पहले ही मिल चुकी थी, लेकिन मुख्य अभियंता संजय चौहान के प्रयासों ने इन्हें नई जिंदगी दे दी। इन वृक्षों के बच जाने से न केवल सड़कों के सौंदर्य में इजाफा हुआ बल्कि आकर्षक डिवाइडर के साथ अब इन्हें सुरक्षित किया जा रहा है। चरगांवा ब्लॉक से नव निर्मित चरगांवा ट्रांसफर स्टेशन तक जाने वाले मार्ग पर 80 से अधिक वृक्ष सड़क निर्माण में रोड़ा बन रहे थे। सड़क निर्माण की योजनाओं के तहत इस मार्ग पर स्थित वृक्षों को हटाने का प्रस्ताव था, जिसके लिए अनुमति वन विभाग से मिल गई थी। हालांकि, जब यह मामला मुख्य अभियंता संजय चौहान के संज्ञान में आया, तो उन्होंने मौके का निरीक्षण कर समाधान खोजने का निर्णय लिया। उनके हस्तक्षेप के बाद सड़क के डिजाइन में कुछ बदलाव किए गए, जिससे न केवल विकास कार्य संपन्न हुआ बल्कि 80 हरे-भरे वृक्ष भी बचा लिए गए। इस पहल पर मिली सफलता से उत्साहित स्वामी विवेकानंद चौक से दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय चौक तक निर्माणाधीन स्मार्ट रोड पर भी दो दशक पुराने छायादार वृक्ष सड़क की डिजाइन में तब्दीली कर बचा लिए गए। इन सफल प्रयास से यह साबित होता है कि अगर हम संवेदनशीलता और समझदारी से निर्णय लें, तो विकास और पर्यावरण एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।

स्थानीय निवासियों और पर्यावरण प्रेमियों की प्रतिक्रिया

इस पहल से स्थानीय निवासियों और पर्यावरण प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई। वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यकर्ता हेरिटेज फाउंडेशन के मनीष चौबे ने इसे सराहनीय कदम बताया। कहा कि यह निर्णय आने वाले वर्षों में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मददगार साबित होगा।

वर्जन

वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सरकार और प्रशासन दोनों प्रतिबद्ध हैं। हमारे पास हमेशा ऐसे विकल्प होने चाहिए जो विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखें। हम थोड़ी सी समझदारी और दूरदृष्टि से बड़े पैमाने पर सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं।

-संजय चौहान, मुख्य अभियंता नगर निगम

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